भोथी पशु-बाड़े में लगातार तीसरी मौत! भूख-प्यास से तड़पकर मर रहे बछड़े

प्रशासन कुंभकरणीय नींद में, जिम्मेदारी पर उठ रहे सवाल
सत्यमेव न्यूज जालबांधा। भोथी ग्राम में अस्थायी पशु-बाड़े की अव्यवस्था लगातार जानलेवा साबित हो रही है। चारा-पानी के अभाव और भीषण गर्मी से एक और मासूम बछड़े ने तड़पकर दम तोड़ दिया। यह इस बाड़े में लगातार तीसरी मौत है जिसने प्रशासन की लापरवाही को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
पशु-बाड़ा बना मौत का पिंजरा
ग्रामीणों का कहना है कि अस्थायी बाड़े में रखे गए जानवर खुले आसमान के नीचे भूख-प्यास और धूप-बारिश झेलने को मजबूर हैं। किसी तरह की छाया, चारा या पानी का इंतजाम नहीं है। स्थिति यह है कि बाकी मवेशी भी मौत के साए में जी रहे हैं। स्कूली बच्चों की सुरक्षा खतरे में चिंता की बात यह है कि यह बाड़ा प्राथमिक विद्यालय के ठीक बगल में बनाया गया है। दुर्गंध और गंदगी से स्कूल का वातावरण दूषित हो चुका है। पशुओं की आवाजाही से बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। अभिभावकों का सवाल है कि क्या बच्चों को बीमारियों और हादसों के हवाले छोड़ दिया जाएगा ग्रामीणों का आक्रोश और कार्रवाई की मांग लगातार तीन मौतों के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने माँग की है कि इन अस्थायी पशु-बाड़ों को या तो पशु चिकित्सा विभाग के अधीन लाया जाए या तुरंत हटाया जाए। साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। गाँव वालों का कहना है कि यह सिर्फ बेजुबान पशुओं की मौत नहीं बल्कि प्रशासनिक अव्यवस्था की चेतावनी है। सवाल यह है कि क्या भोथी में जानवर यूँ ही भूख-प्यास से मरते रहेंगे और बच्चों की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता में शामिल नहीं है।