भगवान भोलेनाथ को धन की नहीं श्रद्धामय मन की जरूरत- प्रदीप मिश्रा
कथा स्थली पर मुस्लिम समाज भी दे रहा सेवा
कथा श्रवण करने 80 किलोमीटर दूर से पैदल चल पहुँच रहे श्रद्धालु
सत्यमेव न्यूज़ गंडई . धर्मनगरी गंडई में चल रहे शिवमहापुराण कथा में अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने चौथे दिवस भगवान भोलेनाथ की शिवमहपुराण कथा का सरस श्रवण करते हुए श्रेताओं को बताया कि भगवान शिव को धन की जरूरत नही है अगर उनको धन की जरूरत होता तो वो सोने की लंका में रहते उनको तो बस भक्तों की मन की जरूरत है। श्रद्धालु बस सच्चे मन से बाबा भोलेनाथ को याद कर ले तो बस उतने में वो प्रसन्न हो जाते है। गंडई पंडरिया-लगभग 2 बजे के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा कथा स्थल गोंडवाना मैदान पहुचे सर्वप्रथम उन्होंने शिवभक्तों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि करो योग रहो निरोग। उन्होंने आगे कहा कि बाबा राम देव और बालकृष्ण ने सम्पूर्ण देश विदेश में योग की अलख जगाया है निरोग रहने का सबसे अच्छा तरीका है योग। उन्होंने इस दौरान शिवभक्तों को शिवकथा के साथ भक्ति में समपर्ण की महिमा का गुण बताया।
भक्तों को ही मिल पाता है सहनशीलता का गुण
पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्रसंग के दौरान बताया कि भगवान इंसान को सब प्रकार का वैभव दे देता है पर शिवमहापुराण की कथा कहती है कि सहनशीलता भगवान उसी को देता है जो भक्त होता है। जो शिव भक्ति में लगा रहता है भगवान धीरे-धीरे उसे सहनशील बना देते है इसी दौरान पं.प्रदीप मिश्रा ने शिवभक्त माताओं को पूछा कि दाल बनाते हो, चावल बनाते हो। और छत्तीसगढी में जवाब आया हव तब मिश्रा जी ने बताया कि दाल बनाते हो चावल बनाते हो तो उसे दो तीन बार धोना पड़ता है तब कुकर में रख देते हो और इसी तरह शिव भी तुम्हे दुख और सुख में किसी की गाली के रूप में, बीमारी के रूप में, परेशानी के रूप में, तकलीफ के रूप में धोते है और कुकर रूपी दिल में रख देते है।
कर्म के अनुसार जीवन मे दुख और सुख आते है
कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि पूर्व में किये कर्म के अनुसार ही हमारे जीवन मे दुख और सुख आते है। हमने इस व्यास पीठ में बैठकर कभी ये नहीं कहा कि आपके जीवन में कभी दुख या सुख नही आएगा हाँ इतना जरूर है कि अगर आप एक लोटा जल शिव पर चढ़ाते रहते है तो आपको दुख-सुख का भान नही रहेगा।
कथास्थली में चौथे दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़
शिवमहापुराण कथा में चौथे दिन श्रद्धालुओं की रिकार्ड भीड़ उमड़ी इस दौरान समूचा गंडई क्षेत्र शिवभक्ति में लीन नजर आया। हर रोज लाखो की तादात में श्रद्धालु कथा का रसपान करने यहाँ पहुँच रहे है। 18 जून से शुरू हुये शिवमहापुराण कथा में आयोजन समिति सहित नगर के अलग-अलग सामाजिक संगठन सेवा भाव मे जुटे हुये है। अग्रवाल समाज द्वारा भंडारा एवं शहर में सजावट सहित अन्य सेवा किया जा रहा वहीं गंडई मुस्लिम समाज द्वारा पिछले दिनों से अलग-अलग प्रकार से श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण किया जा रहा, जिसमे फल, हलवा, पोहा सहित अन्य खाने पीने का रशद प्रसाद के रूप में वितरित किया जा रहा है और धर्मप्रेमियों की सेवा की जा रही हैं जो जिले में एकता और भाईचारे की मिशाल बन रही हैं।
कथा सुनने 80 किलोमीटर दूर से पैदल पहुंच रहे श्रद्धालु
शिवमहापुराण में 80 किलोमीटर पैदल चल कर शिवभक्त कथा सुनने पहुँच रहे है। हर रोज लोगो की संख्या और भीड़ बढ़ते नजर आ रही हैं।