बेमौसम बारिश बनी आफत: पके धान, गोभी और टमाटर की फसल को नुकसान, जिले के किसान परेशान
सत्यमेव न्यूज़ /खैरागढ़. बीते 3 दिन से रुक-रुक कर हो रही बेमौसम बारिश जिले के किसानों के लिए परेशानी का सबक बन गई. हालांकि बारिश के कारण चना गेहूं जैसी रबी फसलों को फायदे की बात कही जा रही है लेकिन खैरागढ़ अंचल में खासतौर पर बोई जाने वाली धान की पकी हुई तैयार खरीफ फसल के साथ ही टमाटर और फूल गोभी सहित अन्य कुछ साग-भाजीयों को नुकसान हुआ है, वहीं किसानों की कुछ ऐसी फसलें जिनकी बारिश से कुछ दिन पहले ही बोआई की गई थी उन फसलों को नुकसान का अंदेशा है.
ज्ञात हो कि गेहूं, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों रबी की मुख्य फसलें हैं. इस मौसम में कई हरी सब्जियों के साथ-साथ फलों की भी खेती अंचल में की जाती है. इस वक्त उगाई गई फसलों को सिंचाई के लिए पानी की सीमित उपलब्धता की जरूरत होती है. ऐसे में बुआई से खेतों में जल-जमाव या फिर बुआई के बाद भारी बारिश से फसल को नुकसान पहुंच सकता हैं. रबी फसलों की बुआई के लिए खेत तैयार किए जा रहे हैं. कई जगह तो बुआई की शुरुआत तक हो गई है. ऐसे में सरकार और किसान दोनों रबी के इस सीजन में चना-गेहूं की फसल से बंपर पैदावार की उम्मीद लगाए हुए हैं, हालांकि उनकी उम्मीदें धरी की धरी रह सकती है. कृषि विभाग से मिली जानकारी अनुसार बारिश से किसानों की नुकसान नहीं हुआ हैं कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धान की फसल कटाई अंतिम चरणों में थी. इस वजह से ज्यादा नुकसान के आसार नहीं हैं. इस वर्ष रबी फसल अभी तक 72 हजार हेक्टर में बुआई की गई हैं. पिछले वर्ष 22-23 में 85266 हेक्टर में रबी फसल की बुुआई हुई थी वहीं 1000 हेक्टर में सब्जी की फसल लगाई गई थी, लेकिन इस वर्ष बारिश होने की वजह से रबी की फसल पिछड़ गई हैं. वर्तमान में 72000 हेक्टर में बुआई हुई हैं अभी लगभग 10000 हेक्टर से अधिक की बुआई बची हैं जिसका जिले के किसान भाई मौसम के पूरी तरह से खुलने का इंतजार कर रहें हैं.
जाने जिले में कैसा हैं खरीफ फसलों का रिकार्ड
खरीफ वर्ष 2023-24 में कुल 1 लाख 7 हजार 9 सौ 22 हेक्टर में खरीफ फसल की बुआई किया गया था जिसमें धान 90234 हेक्टर में, सोयाबीन 10705 हेक्टर, अरहर 1708 हेक्टर, कोदो 1000 हेक्टर, सब्जी 2818 हेक्टर, कपास 766 हेक्टर में बुवाई किया गया था. धान की कटाई अंतिम चरणों में थी जो बारिश से नुकसान नहीं के समान हुआ हैं. लेकिन सब्जी की फसलों में थोड़ा नुकसान के आसार हैं वही अरहर के फसलों में बदली भरे मौसम की वजह से कीट लगने के काफी आसार बने हुये हैं.
फसलों के वास्तविक नुकसान को लेकर हमारे द्वारा सर्वे कराया जा रहा है. जिले में फसलों के नुकसान की जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है.
राजकुमार सोलंकी, उप-संचालक कृषि विभाग, केसीजी