बेघर हुई झामन बाई को न्याय दिलाने भीम रेजीमेंट का प्रदर्शन, आवास बनाने व आर्थिक सहयोग के लिये कलेक्टर ने दिखाई रहमदिली

प्रदर्शनकारियों ने शासन-प्रशासन के प्रतिनिधियों के विरूद्ध जमकर की नारेबाजी
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. विगत 16 नवंबर से कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठी विधवा दलित महिला झामन बाई को न्याय दिलाने भीम रेजीमेंट ने अन्य सहयोगी संस्थाओं के साथ धरना प्रदर्शन किया व शासन-प्रशासन के प्रतिनिधियों के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुये न्याय दिलाओ रैली भी निकाली. आंबेडकर चौक के सामने धरना प्रदर्शन के बाद रेजीमेंट के पदाधिकारी मुख्यमंत्री सहित विधायक व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुये रैली निकाली जो कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर पहुंची.

इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा के लहजे से प्रदर्शनकारियों को कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार बंद कर बलपूर्वक रोक दिया. नारेबाजी की आवाज सुनकर कलेक्टर ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा करने पहले डिप्टी कलेक्टर व नायाब तहसीलदार को भेजा फिर स्वयं अपने कैबिन में प्रदर्शन कर रहे भीम रेजिमेंट व अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इस दौरान कलेक्टर डॉ.जगदीश सोनकर निराकरण को लेकर रहमदिली दिखाई और स्थानीय प्रशासन को झामन बाई का आवास बनाने निर्देशित किया वहीं बताया कि झामिन बाई के मामले में वे स्वयं आर्थिक सहयोग के लिये शासन को पत्राचार कर चुके हैं.

गंभीर रूप से बिमार होने के बाद भी भूख हड़ताल करती रही है पीडित महिला
वनाचंल क्षेत्र साल्हेवारा अंतर्गत ग्राम पंचायत सहसपुर की रहने वाली चार बच्चो की माता झामन बाई भारती का बना बनाया पक्का मकान पंचायत ने अतिक्रमण बताते हुये धोखाधड़ी कर तोड़ दिया था जबकि उसी खसरे और रकबे में एक दर्जन से अधिक लोगों ने मकान बनाया है. महिला फरियाद लेकर प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर काटती रही फिश्र सीएम हाऊस पहुंची, सचिवालय से जिला प्रशासन को उचित कारवाई का पत्र आया था लेकिन गंडई एसडीएम रेणुका रात्रे ने पीडिता को वाजिब न्याय दिलाने कोई सार्थक पहल नहीं की और झामन बाई को न्याय नहीं मिला.
तीन दिन तक कलेक्ट्रेट में मासूम बच् चों के साथ भूखी प्यासी बैठी रही झामन बाई की तबियत खराब होने के बाद दो दिन सिविल अस्पताल में उसका इलाज चला जहां तबियत में सुधार नहीं होने पर मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया जहां पीडि़ता का इलाज चला लेकिन झामन भारती मकान तोडऩे वालों पर कारवाई कर नये आवास निर्माण के लिये आर्थिक सहायता मांग पर डटी हुई है. इस बीच सहसपुर पंचायत ने भी अपनी गलती स्वीकार करते हुये जिला प्रशासन को पत्र देकर कहा है कि ग्रापं ने महिला का सहयोग करने का निर्णय लिया है और ग्रामसभा में अनुमोदन बाद आवास दिया जायेगा तथा महिला की आर्थिक स्थिति, बच् चो की परवरिश को देखते हुए शासन स्तर से मिले आर्थिक सहायता से उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी. इस दिशा में कलेक्टर ने सीईओ जनपद पंचायत छुईखदान जेएस राजपूत को आवास निर्माण कराने की जिम्मेदारी सौंपी हैं.
झामन बाई के सहयोग के लिये सामने आये सेवाभावी
झामन बाई के सहयोग के लिये कुछ सेवाभावी प्रारंभ से ही मदद के लिये आगे आते रहे लेकिन बताया जा रहा हैं कि कलेक्ट्रेट में कुछ चापलूस और दलाल प्रवृत्ति के लोगों की भ्रामक जानकारी के बाद जिला प्रशासन चाहकर भी न्याय की दिशा में बेहतर नहीं कर पायी. अंतत: भीम रेजिमेंट झामन को न्याय दिलाने सडक़ की लड़ाई लडऩे सामने आया वहीं पीडि़ता को न्याय दिलाने के प्रयास औैर उसकी आवाज बुलंद करने में डिस्ट्रिक प्रेस क्लब, जिला पत्रकार संघ, सतनामी समाज, बौद्ध समाज, निर्मल त्रिवेणी व शांतिदूत संस्था के सदस्यों का संबल बना रहे.
गुरूवार को प्रदर्शन के दौरान भीम रेजिमेंंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चतुर्वेदी, जिला अध्यक्ष केसीजी उमेश कोठले, समाजसेवीगण उत्तम बागडे, अंकित चोपड़ा, नितिन भोंडेकर, मनोहर बोरकर, विमल बोरकर, विनोद वर्मा, हर्षवर्धन रामटेके, बेमेतरा जिलाध्यक्ष अविनाश लहरे, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत बंजारे, जिलाध्यक्ष कवर्धा कमलेश लहरे, अजय बघेल, विनय जांगडे, संजू पोर्ट, रेखराम सोनवानी, दिनेश मनहरे, विमल चेलक, यशवंत कोठले, हिमेश जांगडे, गणेश मारकंडे, राहुल बांधे, राकेश पात्रे, लक्ष्मण लहरे, पप्पू पात्रे, विक्की टंडन, विशाल लहरे, अखिलेश कुर्रे, विजय लहरे, संतोष टंडन, भूपेन्द्र लहरे, अजय टंडन, टोकेश, रिंकू लहरे, सुजीत बंजारे, बलराम लहरे सहित बड़ी संख्या में सहयोगी व टीआई खैरागढ़ राजेश साहू, जालबांधा चौकी प्रभारी बिलकिश खान सहित पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे.