कन्या शाला में 37वां नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम संपन्न

कार्यक्रम में 500 छात्राओं का हुआ नेत्र परीक्षण
जरूरतमंद छात्राओं को नि:शुल्क चश्में का वितरण
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. सिविल लाइन स्थित आदर्श शासकीय कन्या शाला स्कूल परिसर में मंगलवार 6 सितंबर को जिलाधीश एवं अध्यक्ष जिला अंधत्व नियंत्रण समिति राजनांदगांव डोमन सिंह के निर्देश व नवनियुक्त केसीजी जिलाधीश डॉ.जगदीश सोनकर के नेतृत्व में सीएमओ राजनांदगांव डॉ.मिथलेश चौधरी व नवनियुक्त जिला नोडल अधिकारी डॉ.विवेक बिसेन के मार्गदर्शन में 37वाँ नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम व नेत्रदान विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नपा अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा उपस्थित थे वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में नपा उपाध्यक्ष व इकरा फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य अब्दुल रज्जाक खान, सहायक नेत्र रोग अधिकारी श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव, कन्या शाला की प्राचार्य सुश्री साधना अग्रवाल, इकरा फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष शमशुल होदा खान, इकरा फाउंडेशन सहसचिव व पत्रकार मो.याहिया नियाजी, वरिष्ठ सदस्य जफर उल्लाह खान, याकूब खान, एचआईवी विभाग के डॉ.ऐस कुमार, समाजसेवी सुभाष चावड़ा व पत्रकार किशोर सोनी उपस्थित थे. नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नपा अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा ने छात्राओं से कहा कि आप लोग अपने आसपास सभी को नेत्रदान के प्रति जागरूक करें जिसके लिये नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
उन्होंने कहा आप लोग हर छात्रा कम से कम 5 लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करें इससे किसी जरूरतमंद का जीवन सफल हो सकता है. वरिष्ठ नेत्र रोग चिकित्सा अधिकारी श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव ने कहा कि यहां उपस्थित सभी लोग नेत्रदान के महत्व को समझें और अपने कर्तव्य अनुसार अपने आसपास के लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने का प्रयास करें. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम की शुरुवात 1985 में की गई थी और प्रत्येक वर्ष 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया की हमारे देश में लगभग 6.8 मिलियन लोग कार्निया खराब होने की वजह से अंधत्व रोग से पीडि़त है और प्रत्येक वर्ष लगभग 30 हजार लोग कार्निया रोग से पीडि़त हो रहे, ऐसे ही नेत्र रोग बढ़ता रहा तो आने वाले 10 वर्षो में लगभग 10.5 मिलियन लोग अंधत्व रोग से पीडि़त हो जायेंगे जो बेहद चिंताजनक बात है. नेत्रदान के लिये इच्छुक व्यक्ति ध्यान रखें कि मरणोपरांत 6 घंटे के अंदर कार्निया निकलने की प्रक्रिया है और मृत्यु पश्चात् 2 घंटे के अंदर इसकी सूचना समीप के अस्पताल में दे देवे तभी नेत्रदान की प्रक्रिया सही ढंग से संपन्न हो पायेगी. नपा उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान ने छात्राओं से कहा जैसे रक्तदान किया जाता है वैसे ही आप लोग अपने आसपास लोगों को नेत्रदान के प्रति भी जागरूक करें. संस्था की प्राचार्य सुश्री साधना अग्रवाल ने कहा कि पहली बार हमारे स्कूल में नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम संपन्न हो रहा है जिससे हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने सफल आयोजन के लिये नेत्र रोग विभाग और इकरा फाउंडेशन के प्रति आभार व्यक्त किया. इस दौरान लगभग 500 स्कूली बच्चों के नेत्र का परीक्षण किया गया और जरुरतमंद छात्राओं को नि:शुल्क आई ड्राप और चश्मे का वितरण भी किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित बहुत से लोगों ने मृत्यु उपरांत नेत्रदान करने का संकल्प लिया. इकरा फाउंडेशन द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान 11वीं (अ) की तस्लीम खान, द्वितीय स्थान दसवीं (स) की नेहा वर्मा और तृतीय स्थान 12वीं की डॉली देवांगन ने हासिल किया जिन्हें स्मृति चिन्ह भेटकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम के अंत में हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग से नरवा गरवा घुरवा बारी योजना विषय में शोध कर सर्वप्रथम डॉक्टरेट की उपाधि पाने वाले सिविल अस्पताल के एचआईवी विभाग के प्रमुख ऐस कुमार व सहायक नेत्र रोग विशेषज्ञ श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव का भी सम्मान किया गया. श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया कि नगर से राकेश रजक व उमा सेन ने मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लिया है. इस अवसर पर शाला परिवार से वरिष्ठ शिक्षिका तारा सिंह, उमेंद सिंह खरे, कमलेश्वर सिंह, गिरवर कोसरे, सौरभ श्रीवास्तव, श्रीमती उत्तरा साहू, पिलेश्वर वर्मा, किशोर यादव, कुम्भ वर्मा, सुश्री शीला सिंह, कन्हैया पटेल, भूमिका सिंह, करण साहू, रिया जैन, नंदकुमार देवांगन व योगेंद्र देवांगन सहित छात्राएं उपस्थित थी.