
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को राहत प्रदान करना है अब भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का अड्डा बनती जा रही है। इस योजना में करोड़ों रुपये का हेरफेर होने के गंभीर आरोप खैरागढ़ की विधायक श्रीमती यशोदा नीलाम्बर वर्मा ने लगाए हैं। सोमवार को विधायक श्रीमती वर्मा दो दर्जन किसानों के साथ कलेक्ट्रेट पहुँचीं और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की विस्तृत जांच, दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने तथा किसानों को उनका वास्तविक हक दिलाने की मांग की। विधायक ने आरोप लगाया कि गरीब और वास्तविक किसान बीमा क्लेम के लिए महीनों से भटक रहे हैं जबकि सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ दबंग, बिचौलिए और दलाल फर्जी दस्तावेज़ बनाकर किसानों की मेहनत का हक हड़प रहे हैं।
फर्जीवाड़ा का विधायक ने दिया प्रमाण
विधायक ने बताया कि ग्राम धोधा (प.ह.न. 07) और कालेंगोदी (प.ह.न. 18) में वास्तविक किसानों की जमीन को फर्जी नामों से बीमा कराकर लाखों रुपये का क्लेम उठाया गया। इतना ही नहीं गांव की चारागाह मौवासी भूमि तक को बीमा कराकर 90,685 रुपये का फर्जी क्लेम लिया गया। विधायक वर्मा ने सत्ता पक्ष कार्यकर्ता अनिष सिंह गौतम, उनकी पत्नी भूमिका ठाकुर, दस्तावेज़ लेखक और अन्य दलालों पर सीधे तौर पर संलिप्त होने का आरोप लगाया साथ ही संतोष सिंह राजपूत और दीपक राजपूत की जमीन पर भी फर्जीवाड़ा कर बीमा राशि उनके खातों में जमा कराई गई। इस पूरे खेल में पटवारी होमलाल धुर्वे और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की मिलीभगत उजागर हुई है। किसानों के नाम पर हुए इस भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में तत्काल जांच और सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो किसानों के साथ मिलकर आंदोलनात्मक कदम उठाए जाएंगे। ज्ञात हो कि किसानों से जुड़ा यह फसल बीमा घोटाला अब जिले में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है और प्रशासन की निष्पक्ष कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिक गई हैं।