पॉलीटेक्निक में एनएसएस स्थापना दिवस पर नवप्रवेशी छात्रों को बताया स्वयं सेवा का महत्व

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. नगर के पॉलीटेक्निक में एनएसएस के स्थापना दिवस पर नवप्रवेशी छात्रों को इसका उद्देश्य और स्वयं सेवा का महत्व बताया गया। इस दौरान छात्रों को जानकारी दी गई कि 24 सितम्बर 1969 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व निर्माण के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की थी। पूरे देश में प्रतिवर्ष 24 सितम्बर को राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस तारतम्य में संस्था प्रमुख के दिशा-निर्देश पर शासकीय पॉलीटेक्निक खैरागढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंयेवकों द्वारा युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानन्द के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलन कर एनएसएस स्थापना दिवस का शुभारम्भ किया गया। संस्था में प्रथम वर्ष में नव-प्रवेशित छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य, नियमित एवं शिविरीय गतिविधि, शिविर के प्रकार, राज्य स्तरीय पुरस्कार तथा प्रमाण-पत्र के बारे जानकारी दी गई। स्वयंसेवकों द्वारा कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता भी रखी गई जहां अवशेषों के द्वारा उपयोग करने लायक अनेक जरूरी वस्तुओं का निर्माण किया गया था। ऐसे स्वयंसेवक, जिनके एनएसएस में 2 साल (240$ घंटे) पूर्ण हो चुके हैं, उन्हें बी-प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया। स्वयंसेवकों ने अपने-अपने अनुभव साझा कर समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान का प्रण लिया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं नाटक के माध्यम से स्वयंसेवकों ने समां बांधा। संस्था के प्राचार्य एसबी वराठे के निर्देश पर कार्यक्रम अधिकारी बलवंत सिंह कोर्राम, अंशु प्रीति कुजूर, प्रकाशचंद खरे द्वारा कार्यक्रम को सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विकास नशीने जीएम, ब्लास्ट फर्नेस भिलाई स्टील प्लांट, डॉ.अपूर्व कुमार दास, सीमा दिल्लीवार, महेश कुमार देवांगन, चंदन कुमार, जनक कुमार व संतोष कुमार सत्यवंशी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।