ड्राइवर संघ की स्ट्राइक से बस-ट्रकों के पहिये थमे पेट्रोल-डीजल की सप्लाई ठप, पेट्रोल पंपों में लगी भीड़

खराब सड़क होने से होता है हादसा- ड्राइवर संघ
कलेक्टर को ड्राइवर संघ ने सौंपा ज्ञापन, नया कानून वापस लेने की मांग
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने जिला कलेक्टर को हिट एंड़ रन के नये कानून को वापस लेने ज्ञापन दिया. ज्ञापन में बताया कि सड़क में कई बार दुर्घटना होती रहती हैं दुर्घटना के बाद जो स्थिति उत्पन्न होती हैं वह चालक की जान ले सकती हैं. ऐसे में यह नहीं देख जाता कि गलती किस की हैं. अभी नए कानून में हुए बदलाव से 10 साल की सजा और 10 लाख जुर्माना का प्रावधान रखा गया है जो अनुचित व गैरवाजिब है. इस कानून से ड्राइवर व उसके परिवार को हमेशा के लिए नष्ट करने का एक तरीका हैं. ड्राइवर संघ ने खराब सड़क, सड़क डिजाईन, दिन प्रतिदिन बढ़ती वाहनों की संख्या, यातायात में अनुशासन की कमी, यातायात पुलिस और आर.टी.ओ से होने वाले परेशानी के बारे में सरकार को पुनः विचार करने को कहा हैं. हिट एंड रन के नए कानून का जिले में भी विरोध हो रहा है. रविवार दोपहर से ट्रक, टैंकर चालक हड़ताल पर चले गए हैं. इस वजह से पेट्रोल-डीजल की सप्लाई जिले में ठप हो गई. इसके बाद पेट्रोल पंपों पर भीड़ लग गई है. साल 2024 के पहले दिन ही चालकों के हड़ताल से जिलेभर में यात्री बसों के पहिए थम गए. साथ ही अलग-अलग रूट पर ट्रक, मेडाटोर, हाईवा गाड़ियों के पहिए भी थमे रहे. अधिकांश पंपों पर पेट्रोल-डीजल लेने वालों की लंबी लाइन लगी रही. वहीं जमाखोरी के लिए कई लोग ड्रम में ईंधन खरीदकर ले गए. ड्राइवर संघ के मुताबिक स्ट्राइक 3 जनवरी को भी जारी रहेगी. दरअसल, सड़क हादसों पर अंकुश लगाने केंद्र सरकार नया कानून बनाने की तैयारी में है. जिसमें हिट एंड रन जैसे मामलों में चालकों पर 50 लाख रुपए जुर्मना के साथ 10 साल की सजा का प्रावधान है. इसके लिए लोकसभा और राज्य सभा में बिल पेश किया गया है. केंद्र सरकार के इस बिल का देश भर में विरोध शुरू हो गया है. नए कानून के विरोध में जिले में अधिकांश बसों के पहिए थम गए हैं. पारिश्रमिक तो मिलता नहीं फिर कैसे भरेंगे जुर्माना वाहन चालकों का कहना है कि इस नए कानून के लागू होने के बाद ड्राइवरी का काम छोड़ने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं है. भले ही बेरोजगारी में जीवन कट जाये लेकिन अब वे गाड़ी नहीं चलाएंगे. वाहन मालिक महज 7 से 10 हजार रुपए पारिश्रमिक देते हैं. यात्री बसों के पहिए थम गए, जमाखोरी के लिए ड्रम में पेट्रोल-डीजल भरकर ले गए लोग स्ट्राइक और किल्लत की सूचना के बाद सोमवार व मंगलवार को दिनभर कई पेट्रोल पंपों में लंबी लाइन रही. पेट्रोल-डीजल के स्टॉक खत्म होने की बात सुनकर लोगों ने पेट्रोल- डीजल को ड्रम में भरकर ले गए. खाद्य अधिकारी भुनेश्वर चेलक ने बताया कि स्थिति सामान्य हैं केसीजी जिलें के एक पंप में को छोड़कर सभी पंप में प्रर्याप्त मात्रा में पेट्रोल- डीजल उपलब्ध हैं.