न्याय की आस लिये तीन दिन से कलेक्ट्रेट के बाहर भूख हड़ताल कर रही महिला की तबियत बिगड़ी

परिजनों ने 108 बुलाकर सिविल अस्पताल में कराया भर्ती

खैरागढ़ जिला प्रशासन की संवेदनहीनता बनी चर्चा का विषय

मकान तोड़े जाने से व्यथित महिला प्रशासन से मांग रही मुआवजा

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. न्याय की आस लिये तीन दिन से पॉलीटेक्रिक स्थित कलेक्ट्रेट परिसर के मुख्य द्वार के बाहर धरना देकर भूख हड़ताल कर रही छुईखदान ब्लॉक के ग्राम सहसपुर की रहने वाली पीडि़त महिला झामन बाई भारती की अंतत: शुक्रवार को शाम होते-होते तबियत बिगड़ गई. बताया जा रहा है कि लगातार भूख हड़ताल के कारण झामन बाई को शाम तकरीबन 2.30 बजे चक्कर आ गया और वह गिर गई जिसके बाद वहां मौजूद उसके परिजनों ने 108 को बुलाकर सिविल अस्पताल खैरागढ़ में भर्ती कराया है. भूख हड़ताल कर रही झामन बाई का आरोप है कि ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों, सरपंच फुलेश्वरी अनुज पटेल के द्वारा 6 माह पहले सश्रम बनाये गये उसके मकान को बलपूर्वक तोड़ दिया गया था.

पीडि़ता के चार नाबालिग बच् चें हैं और पति का देहांत हो चुका है. किसी तरह उसने गांव की आबादी भूमि में टीन शेड डालकर गुजर-बसर के लिये मकान बनाया था लेकिन कुछ ग्रामीणों को यह रास नहीं आया और गांव में इस बात को लेकर विवाद बढ़ गया कि जाति से सतनामी महिला गांव के बीच में नहीं रह सकती जिसके बाद ही उसके मकान तोडऩे की योजना बनाई गई और धोखे से पीडि़ता के हस्ताक्षर लेकर मकान तोड़वाने प्रस्ताव पारित किया गया और पंचायत से मिल रही 350 रूपये की निराश्रित पेंशन राशि भी सालभर से बंद कर दी गई. अपने साथ हो रहे अन्याय को लेकर पीडि़ता ने अविभाजित राजनांदगांव जिले से लेकर नवगठित खैरागढ़ जिला के सभी सक्षम अधिकारियों के पास जाकर लिखित में मिन्नतें की

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी फरियाद लगाई जिसके बाद मुख्यमंत्री ने पीडि़ता को आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने उसके आवेदन को लेकर एसडीएम छुईखदान को आवेदन पत्र का परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करते हुये प्रकरण के निराकरण का निर्देश दिया लेकिन अब तक पीडि़ता के साथ न्याय नहीं हो पाया है. पीडि़त महिला की तबियत बिगड़ जाने के बाद जिला प्रशासन की संवेदनहीनता अब चर्चा का विषय बन गई है. बताया जा रहा है कि झामन बाई हर हाल में अपने साथ हुये अन्याय के विरूद्ध लड़ाई लडक़र न्याय चाहती हैं लेकिन लोकतंत्र में न्याय दिलाने के लिये जिम्मेदार तंत्र उसके पक्ष में नहीं दिख रहा है. बहरहाल अस्पताल में पीडि़त झामन बाई का उपचार जारी है लेकिन उसके इरादे ब

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