नाबालिग बच्चों का अपहरण तथा यौन शोषण करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

केसीजी जिला पुलिस ने की बड़ी कार्यवाही
एक माह में 06 प्रकरणों में मिली सफलता
अपहृताओं को सकुशल किया गया बरामद
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ. नाबालिग बच्चों का अपहरण करने तथा उनके साथ यौन शोषण करने वाले आरोपियों को पकड़ने में केसीजी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। केसीजी पुलिस के द्वारा अलग-अलग घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को एक साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी अनुसार एसपी त्रिलोक बंसल, एएसपी श्रीमती नेहा पाण्डेय तथा एसडीओपी खैरागढ़ लालचंद मोहले के मार्गदर्शन में थाना छुईखदान प्रभारी शिवशंकर गेन्दले एवं थाना खैरागढ़ के उपनिरीक्षक मोरध्वज देशमुख के नेतृत्व में अपहरण एवं यौन शोषण के प्रकरणों में विवेचना के दौरान सायबर सेल केसीजी की मदद ली गई और कॉल डिटेल एवं सीडीआर के माध्यम से दो टीम तैयार कर 17 जुलाई को तलवंडीभाई फिरोजपुर (पंजाब) एवं बड़ोदरा (गुजरात) भेजा गया। उक्त टीम के द्वारा काफी खोजबीन कर प्रकरण के अपहृता एवं आरोपियों को बरामद करने में सफलता मिली। मामले में आरोपी गुर्जीयान सिंह पिता जसपाल सिंह उम्र 29 साल निवासी ग्राम व थाना तलवंडीभाई जिला फिरोजपुर (पंजाब), आदर गोंड़ पिता राजा राम गोंड़ उम्र 24 साल निवासी कानीमेरा थाना छुईखदान जिला केसीजी तथा दिनेश वर्मा पिता स्व. तिलकराम वर्मा उम्र 24 साल निवासी अमलीपारा खैरागढ़ जिला केसीजी को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के विरूद्ध अपराध किये जाने का सबूत पाये जाने से थाना छुईखदान में धारा 366(क), 376(2)(ढ) भादवि., 4, 6 पॉक्सो एक्ट एवं थाना खैरागढ़ में धारा 366(क), 376(2)(ढ) भादवि., 4, 6 पॉक्सो एक्ट जोड़कर आरोपियों को 24 जुलाई को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड जेल भेजा गया। इसके अलावा थाना छुईखदान में धारा 363, 366, 376, 376(2)(ढ) भादवि, 06 पॉस्को एक्ट, थाना साल्हेवारा में धारा 363, 366(क), 376(2)(ढ) भादवि, 6, 5 (´)(पप) पॉस्को एक्ट एवं थाना गातपार में धारा 363 भादवि के प्रकरणों में क्रमशः टीम गठित कर दूसरे राज्य ग्वालियर, हैदराबाद एवं उड़ीसा से गुमशुदा को सकुशल बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में केसीजी पुलिस को सफलता मिली है। उपरोक्त कार्यवाही में सउनि केके राय, सउनि राजेश ठाकुर, सउनि अरविंद सिंह यादव, सउनि चेतन नेताम, सउनि रोहित रजक, सउनि टैलेश सिंह, प्रआर सुरेश चन्द्रवंशी, मआर लक्ष्मी चंदेल, आरक्षक गणेश चन्द्रवंशी, उमेन्द्र सिंह टेकाम, सूर्यकांत साहू, म.आर. आरती चन्द्राकर एवं आरक्षक मनोज कंवर, चन्द्रविजय सिंह व त्रिभुवन यदु की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके अतिरिक्त पुराने लंबित प्रकरणो व सायबर क्राईम के प्रकरणों में भी शीघ्र ही टीम गठित कर निराकरण करने के लिये योजना बनाई गई।