विधायक का आरोप- सीएमओ ने फर्जी तरीके से निकाली विकास कार्यो की राशि
7 दिन में जाँच के कार्यवाही की रखी मांग वर्ना उग्र आंदोलन की चेतावनी
इधर सीएमओ की तबीयत बिगड़ी 3 दिन का लिया अवकाश
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. नगर पालिका में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में विधायक यशोदा वर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियो ने पत्रवार्ता लेकर सीएमओ प्रमोद शुक्ला व नगर पालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये है। वार्ता बाद कलेक्टर को विभिन्न योजना के तहत हुए भ्रष्टाचार की 7 दिवस के भीतर जांच कर कार्यवाही करने विधायक ने सामूहिक ज्ञापन दिया। इस दौरान कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा के प्रतिनिधि के रूप में ज्ञापन लेने पहुंचे एडिशनल कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल व एसडीएम टांकेश्वर साहू को जिला अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने कहा की पूरे साल भर ज्ञापन दे रहे है लेकिन किसी शिकायत में कोई कार्यावाही व जांच नही हो रही है जिस पर एडीएम श्री पटेल ने कहा की आप लोगों की शिकायत पर जांच चल रही है। पूर्व में स्वच्छता श्रृंगार भ्रष्टाचार की शिकायत मे जांच टीम गठित की गई है और जीम सामग्री खरीदी की जांच शासन स्तर पर चल रही है उसमें भी कार्यवाही होगी। ज्ञापन देने के दौरान यशोद वर्मा ने अपर कलेक्टर को बताया की सीएमओ प्रमोद शुक्ला ने लगातार नगर विकास के रूपए को विभिन्न योजनाओं की राशि फर्जी तरीके से आहरण कर नगर पालिका अध्यक्ष और भाजपा के चुनिंदा लोग से मिलकर आपस में बंदरबांट किया है। नगर पालिका में दीपावाली से पूर्व स्वच्छता श्रृंगार योजना के तहत 10 लाख से अधिक राशि भिलाई के शोभा वेलफेयर फर्म को भुगतान किया गया है जबकि इस फर्म के कोई भी कर्मचारी शहर के शौचालय में नही है। कमीशनखोरी के चलते उक्त फर्म को मोटी रकम देकर फर्जी भुगतान किया गया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़ ने मौजूद अधिकारियों को कहा कि अगर 7 दिन के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी मामले में उग्र आंदोलन करेगी। गौरतलब हो कि विधायक यशोदा वर्मा शनिवार को शौचालय के निरीक्षण में निकली थी और निरीक्षण के दौरान नगर के लगभग सभी शौचालय में गंदगी भरी थी, कई शौचालय में पानी व लाईट, दरवाजे की व्यवस्था तक नही थी। प्रेसवार्ता के दौरान विधायक ने सवाल उठाया की सारी कमी शौचालय में है तो किस काम के लिए शोभा वेलफेयर सोसायटी को 10 लाख से अधिक राशि का भुगतान किया गया है।
विधायक का आरोप भाजपा के नेता को पहुंचाया लाखों का फायदा
सीएमओ प्रमोद शुक्ला पर यशोदा वर्मा ने भाजपा नेता को लाभ पहुंचाने का भी गंभीर आरोप लगाया है। विधायक ने बताया कि स्टेशनरी सामग्री के लिए नगर पालिका मे कोटेशन मंगाया गया था जिसमें कोरम पूरा करने कबीर प्रिंटर्स के नाम से फर्जी भावपत्र विभाग के अधिकारी व भाजपा नेता द्वारा भरें गये। कमीशन में लालच व भाजपा नेता को लाभ पहुंचाने श्रीराम प्रिंटर्स के बिना जीएसटी व टीन नम्बर से तीन लाख रूपए से अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया है।
नगर पालिका के टेंडर प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का आरोप
विधायक श्रीमती वर्मा ने सीएमओ पर टेंडर प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा का भी आरोप लगाया। निर्माण कार्यों के लिए प्राप्त होने वाले राशि का फर्जी तरीके से आहरण सहित स्व.राजा देवव्रत सिंह के प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में खर्च से अधिक राशि बताकर दो लाख रूपए निकालने, पंप मरम्मत पर फर्जी बिल लगाकर 9 लाख रूपए निकालने, डीजल भुगतान पर फर्जी बिल लगाकर 15 लाख रूपए से अधिक राशि प्रतिमाह निकाली गई हैं। पालिका के पास 1 जेसीबी, 3 टीप्पर, 5 ट्रेक्टर जिसमें से 2 ट्रेक्टर खराब हैं। उक्त वाहनों का सफाई में उपयोग बताया जा रहा है। जबकि हालत यह है कि नगर की हर वार्ड की गली व नाली में गंदगी भरी हुई है। तो डीजल पेट्रोल किस काम का निकाल रहे है।
पाइप लाइन विस्तार के बिना टेस्ट किए ठेकेदार को किया 57 लाख का भुगतान
विधायक ने पत्रवार्ता में आरोप लगाया कि जल आवर्धन योजना के तहत बिना पाइप लाईन के टेस्ट किये 57 लाख से अधिक राशि का भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया है। विधायक ने बताया कि किसी भी जल आवर्धन योजना के भुगतान से पहले पाइप लाइन का टेस्ट करना अनिवार्य होता है लेकिन अधिकारी कमीशन के लालच में पाइप के बिना टेस्ट कराये भुगतान कर दिया जबकि नगर के अधिकतर पाइप टूटी हुई है। सीएमओ की लापारवाही और भ्रष्टाचार के कारण शासन को लाखों का नुकसान हुआ है जिसकी निष्पक्ष जांच और कार्रवाई होनी चाहिए।
जिम सामान खरीदी में भ्रष्टाचार की पुष्टि फिर पूर्व अध्यक्ष पर कार्यवाही क्यो नहीं
विधायक ने 37 लाख की जिम सामाग्री खरीदी में किसी प्रकार के नियम का पालन नही किया गया है। न ही जिम समान नगर के किसी वार्ड में नही पहुंचा है सिर्फ चेक लगाकर 37 लाख रूपए की राशि आहरण कर लिया है जिसकी पुष्ठि होने पर तत्कालीन सीएमओ कुलदीप झा को निलंबित किया गया है लेकिन चेक में अध्यक्ष व सीएमओ के हस्ताक्षर होते है तो पूर्व अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे है। शैलेन्द्र वर्मा भ्रष्टाचार करके भाजपा में शामिल हो गए और उनके जांच को भाजपा के राजनितिक दबाव के कारण प्रशासन ने रोक दिया है। कलेक्टर को दिये ज्ञापन में तत्कालीन अध्यक्ष पर एफआईआर दर्ज करने मांग की गई है। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि नीलांबर वर्मा, मनराखन देवांगन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मिहिर झा, सुनीलकांत पांडे, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण आकाशदीप सिंह गोल्डी, नेता प्रतिपक्ष दीपक देवांगन, पालिका उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान, छुईखदान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामकुमार पटेल, जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष आरती महोबिया, युवा कांग्रेस नेता रिंकू महोबिया, कपीनाथ महोबिया, संदीप सिरमौर, सुमन दयाराम पटेल, शत्रुघ्न घृतलहरे, नरेंद्र सेन, कोमल वर्मा सहित नगर पालिका के समस्त कांग्रेस पार्षद वह अन्य कांग्रेसी उपस्थित थे।