
जिला पंचायत सदस्य ने भाजपा की नीतियों को लिया आडे हाथ
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का सिलसिला 15 नवंबर से जारी है और लगभग 20 दिन बीत चुके हैं किंतु वारिसान पंजीयन की प्रक्रिया अब तक पूर्ण नहीं हो सकी है। इसके चलते उन किसानों के परिवार गंभीर संकट में हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है और फौती दर्ज न होने के कारण उनके वारिस धान बेचने से वंचित हैं। इस मामले को लेकर जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेत्री श्रीमती निर्मला विजय वर्मा ने प्रदेश की भाजपा नीत विष्णु देव साय सरकार पर कड़ा हमला करते हुए कहा है कि राज्य की लगभग प्रत्येक सोसायटी में ऐसे कई मामले लंबित हैं जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। जिला पंचायत सदस्य श्रीमती निर्मला विजय वर्मा ने इस गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में हर वर्ष 25 से 30 किसान कर्ज़ के बोझ से तंग आकर आत्महत्या करने को मजबूर हो जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में किसानों की समस्याओं का समाधान करने की इच्छाशक्ति दिखाई नहीं दे रही है। निर्मला वर्मा ने कहा कि पूर्व के कांग्रेस शासनकाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों की हर समस्याओं को प्राथमिकता देते थे परंतु वर्तमान सरकार में किसानों के आंसू पोंछने वाला कोई नहीं दिख रहा। उन्होंने बिजली बिलों में बढ़ोतरी, जमीन की रजिस्ट्री में अत्यधिक दरें और धान खरीदी प्रक्रिया में अव्यवस्थाओं को आमजन और किसानों की परेशानी का प्रमुख कारण बताया। उन्होंने कहा, किसानों की शुभचिंतक होने का दावा करने वाली साय सरकार को झूठ-फरेब छोड़कर किसानों व आम जनता के हित में काम करना चाहिए अन्यथा आने वाले समय में प्रदेश की त्रस्त जनता और बदहाल किसान भाजपा को सबक सिखाने में पीछे नहीं रहेंगे। जिला पंचायत सदस्य द्वारा उठाए गए सवाल किसानों की विकट परिस्थितियों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सुधार की तत्काल आवश्यकता को सार्वजनिक रूप से सामने रख इसके निराकरण की मांग को बल दे रहे हैं।