देवारीभाठ हत्याकांड के आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर, मृतक के परिजनों सहित गुस्साये ग्रामीण पहुंचे एसपी ऑफिस

परिवार के सदस्यों एवं ग्रामीणों ने पुलिस को दिया पांच दिन का एल्टीमेटम

मृतक मासूम बच्चे, बुजुर्ग माता-पिता सहित मृतक की पत्नी ने ग्रामीणों के साथ लगाई न्याय की गुहार
ग्रामीण बोले- हत्यारा नहीं पकड़ा गया तो करेंगे चक्का जाम और थाने का घेराव

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. जिला मुख्यालय से महज 3 किमी दूर ग्राम देवारीभाट में हुये युवक के हत्याकांड की गुत्थी पुलिस 1 माह 20 दिन बाद भी नहीं सुलझा पायी हैं। आरोपी के पुलिस गिरफ्त से बाहर होने के बाद न्याय की आस में दिन गिन रहे मृतक के परेशान परिजनों ने सोमवार को ग्रामीण के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। एसपी की गैरमौजूदगी में परिवार के सदस्यों एवं ग्रामीणों ने अज्ञात हत्यारे को पकड़ने पुलिस को दिया पांच दिन का एल्टीमेटम दिया हैं। एक जवान युवक की हत्या और उसके बाद उस परिवार को न्याय मिलने में हो रही अनावश्यक देरी को लेकर आज एसपी ऑफिस में कुछ अलग ही दृश्य देखने को मिला। अपने लिए न्याय की गुंजाइशों को जीवित रखने मृतक का परिवार उसके मासूम बच्चे, बुजुर्ग माता-पिता एवं मृतक की अकाल ही विधवा हुई पत्नी के साथ ग्रामीणों संग जब एसपी ऑफिस में अपनी परेशानी बता रहे थे तो लोकतंत्र में व्यवस्था की खामी और न्याय और अन्याय के बीच जूझ रहे पीड़ित परिवार की अथाह पीड़ा साफ दिख रही थी। इस बीच ग्रामीणों ने कहा कि हत्यारा अगर नहीं पकड़ा गया तो सभी एकजुट होकर स्टेट हाइवे में चक्का जाम और थाने का घेराव करेंगे।
क्या हैं हत्याकांड का पूरा मामला जानिए
ग्राम देवारीभाठ के निवासी राजेश्वर उर्फ उमेश वर्मा बीते दिनांक 18 मई की शाम करीब 4ः00 बजे मोटर सायकिल से अपने खेत मथानखार में बोर बंद करने गया था जो कि रात्रि में अपने घर वापस ही नहीं आया, तब अगले दिन सुबह 5ः30 बजे परिजन उसे ढूंढने खेत गये जहाँ राजेश्वर मेंढ़ के किनारे पेट के बल मृत मिला। पुलिस को सूचना दिये जाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम कराया गया। प्रारंभिक विवेचना के बाद 19 मई को अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 302 के तहत अपराध पंजीकृत किया गया। राजेश्वर उर्फ उमेश वर्मा की मृत्यु पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सक के अनुसार हत्या होना पाया गया हैं परंतु आज तक मृतक राजेश्वर के हत्यारों को पुलिस गिरफ्तार करने में असफल रही है। जिससे मृतक के परिवार वालों सहित ग्रामवासियों में भारी आक्रोश है। गौरतलब हो कि मृतक राजेश्वर वर्मा की पत्नी व दो नाबालिक पुत्र हैं साथ ही वृद्ध माता-पिता भी हैं जो इस अपार दुख को सह कर अभी भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। हत्यारों को पकड़ने के लिए कई बार परिजन पुलिस थाने का चक्कर कांट रहे हैं, लेकिन पुलिस की ओर से कार्रवाई का अता पता नहीं है। परिजनों का कहना है कि गांव में ही अज्ञात हत्यारा खुलेआम घूम रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि मृतक राजेश्वर के हत्यारों को पांच दिवस के भीतर ढूंढ कर गिरफ्तार किया जाये जिससे मृतक व उसके परिवार वालों एवं ग्रामीणों को न्याय प्राप्त हो सके। पांच दिवस के भीतर पुलिस द्वारा मृतक राजेश्वर वर्मा के हत्यारों को ढूंढने में सफल नहीं हो पाती तो परिवारजन एवं ग्रामीण मजबूरी में खैरागढ़ थाना का घेराव एवं चक्का जाम करने के लिए मजबूर होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी पुलिस एवं प्रशासन की होगी।