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देववृक्ष पर चला आरी गांव में गुस्से की लहर, जांच की मांग तेज़

सत्यमेव न्यूज मनोहर सेन खैरागढ़। जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दूर ग्राम सर्रागोंदी में रविवार देर रात को पीपल वृक्ष की कटाई को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। ग्रामीणों ने इसे हिंदू आस्था से खिलवाड़ बताते हुए गोलबाजार निवासी मुस्लिम व्यापारी इमरान मेमन पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। ग्रामीणों के अनुसार इमरान मेमन ने वृक्ष के पास की जमीन खरीदी थी जबकि पीपल वृक्ष सरकारी भूमि पर स्थित था। आरोप है कि 5 अक्टूबर की सुबह उन्होंने वृक्ष कटवाने की कोशिश की ग्रामीणों के विरोध पर रुक गए लेकिन रात के अंधेरे में वृक्ष काट दिया गया। सुबह जब ग्रामीणों ने हरे-भरे पीपल वृक्ष को कटा हुआ देखा तो गुस्सा फूट पड़ा। देखते ही देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हुए और आरोपित व्यापारी को बुलाने की मांग करने लगे। स्थिति तनावपूर्ण होते देख खैरागढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणों ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा कि यह पीपल वृक्ष गांव की आस्था का केंद्र था जहां घोड़ा देव की पूजा के बाद हनुमान जी की आराधना की जाती थी।

उनका कहना है कि जहां वृक्ष था वहीं हनुमान मंदिर निर्माण की अनुमति दी जाए और आरोपी व्यापारी पर कड़ी कार्रवाई हो। पौराणिक मान्यता के अनुसार पीपल वृक्ष में भगवान विष्णु, ब्रह्मा, शिव और देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है। भगवान कृष्ण ने गीता में स्वयं को वृक्षों में पीपल बताया है इसलिए इसे अत्यंत पवित्र समझा जाता है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह आस्था और संवेदना से जुड़ा मामला न्याय की दिशा में बढ़ता है या प्रशासनिक फाइलों में ठंडा पड़ जाता है।

Satyamev News

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