जमातपारा का बंद टीबी अस्पताल बना नशेड़ियों का अड्डा, परेशान वार्डवासियों ने थाने में की शिकायत

असामाजिक तत्वों के कारण महिलाओं का निकलना हुआ मुश्किल

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. नगर के जमातपारा स्थित शासकीय टीबी अस्पताल वर्षों से बंद पड़ा हुआ है। वर्तमान में यह अस्पताल नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों का गढ़ बन चुका है। जर्जर भवन में हर शाम नशेड़ियों का जमावड़ा लगता है जिससे वार्डवासियों में दहशत और आक्रोश का माहौल है। खासकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। वार्डवासियों का कहना है कि रोज रात बाहर से युवक आते हैं, शराब पीते हैं और तेज़ गाने बजाते हैं और पटाखे फोड़ते हैं।

कई बार महिलाओं के साथ बदसलूकी और अभद्रता की घटनाएं भी हुई हैं। बच्चे डर के मारे नींद से जाग जाते हैं। भवन के पीछे बने सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करना महिलाओं के लिये असंभव हो गया है क्योंकि वहां पर मौजूद नशेड़ी अभद्र टिप्पणियां करते हैं और माहौल खराब करते हैं। वार्ड के ही निवासी रिंकू सिंह ठाकुर ने बताया कि पिछले तीन महीनों से यह स्थिति लगातार बनी हुई है। कई बार पुलिस को मौखिक सूचना दी गई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही से नशाखोरी और असामाजिक गतिविधियां खुलेआम बढ़ रही है। स्थिति से परेशान वार्ड के दर्जनों लोग सोमवार को खैरागढ़ थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बंद पड़े टीबी अस्पताल भवन को तत्काल सील करने तथा नशेड़ियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।