बाजार अतरिया में घटी दिल दहला देने वाली दुर्घटना
दोनों मृतकों का सिर फटकर सड़क पर बिखर गया
बहन का जाना था चौथिया, ख़ुशी मातम मे बदल गई.
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. शुक्रवार तड़के सुबह तक़रीबन 8.30 बजे बाजार अतरिया चौक पर सड़क हादसे में दो नाबालिक युवकों की दर्दनाक मौत हो गई. सड़क हादसा इतना भयावह था कि दोनों मृतकों का सिर (खोपड़ी) टूटकर सड़कों पर बिखर गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाजार अतरिया निवासी राजेश वर्मा के पुत्र सुमित वर्मा उम्र 14 साल अपने मामा के लड़के मयंक पिता लेखु उम्र 17 साल के साथ मोटर साइकिल क्रमांक CG 08 AR 6046 में सड़क किनारे खड़े हुए थे इसी दौरान खैरागढ़ से धमधा की ओर से आ रही हैवी ट्रक क्रमांक सीजी 04 MV 3424 ने दोनों को अपने चपेट में ले लिया. पहले ट्रक ने खंभे को ठोकर मारी उसके बाद मोटर साइकिल पर खड़े दोनों नाबालिकों को मोटर साइकिल सहित अपनी चपेट मे ले लिया. दुर्घटना इतनी लोमहर्षक थी कि एक की लाश बाहर तो नाबालिग का दूसरी लाश मोटर साइकल सहित ट्रक के अंदर फंस गया था।
हादसे के बाद फरार हुआ ट्रक ड्राइवर, पीछा कर ग्रामीणों ने पकड़ा
ट्रक का ड्राइवर हादसे के बाद वाहन छोड़कर तुरंत भाग गया जिसे बाजार अतरिया के आगे जिले के अंतिम गांव जोरातराई में ग्रामीणों की मदद से पकड़ा गया. दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ट्रक के चालक को 112 के माध्यम से पुलिस थाना खैरागढ़ ले जाया गया।
परिवार में विवाह की खुशिया बदली ग़म में
इस दिल दहला देने वाले हादसे के बाद मृतक के परिवार में विवाह की खुशियाँ ग़म में बदल गई। बताया गया कि मृतक सुमित की बहन का विवाह उपरांत आज रस्म-रिवाज़ अनुसार चौथिया कार्यक्रम में रायपुर जाना था। इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुमित के मामा का लड़का मयंक भी अतरिया आया हुआ था लेकिन सड़क दुर्घटना ने खुशी को मातम में बदल दिया।
वाहन मालिक को बुलाने सड़क जाम कर अड़े रहें ग्रामीण एवं मृत जनों के परिजन
वाहन मालिक को बुलाने की मांग को लेकर घटना स्थल पर सड़क जाम कर ग्रामीण एवं मृत जनों के परिजन अड़े रहें। उनकी मांग थी कि
जिस गाड़ी से घटना घटी हैं उस गाड़ी के ड्राइवर एवं मलिक को बुलाया जाए। पुलिस प्रशासन की लगातार समझाईश और आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई और सजा दिलाने के आश्वासन के बाद परिजन एवं ग्रामीण शांत हुये।
दुर्घटना स्थल पर यातायात बाधित होने से लगी रही ट्रकों की लंबी कतार
घटना घटित होने के बाद सुबह 9.00 बजे से लेकर मध्यान्ह 12:00 बजे तक खैरागढ़ धमधा स्टेट हाईवे में यातायात बाधित रहा. इस दौरान किसी अप्रिय की आशंका को लेकर पुलिस प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था बनी रही। इस दौरान बाजार अतरिया चौक पूरी तरह से पुलिस की छावनी में तब्दील हो गया था और सड़क पर ट्रकों की लंबी लाइन लग गई थी। इस दौरान यातायात व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित रही। दूसरी ओर आक्रोशित भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी। अंततः ज़ब दोनों नाबालिक बालकों का शव किसी तरह एम्बुलेंस वाहन मे रखा गया तब जाकर भीड़ पर काबू पाया गया।
क्रेन बुलाकर ट्रक के अंदर फंसे मृत बालक और दोपहिया वाहन को निकाला गया
दुर्घटना स्थल पर प्रशासन द्वारा क्रेन बुलाकर ट्रक के अंदर फंसे मृत बालक और दोपहिया वाहन को किसी तरह बाहर निकाला गया। ट्रक की चपेट में आने से मोटर साइकिल व मृतक ट्रक के निचले हिस्से में अंदर फंसे हुए थे जिसे जेसीबी के माध्यम से निकालने की बहुत कोशिश की गई लेकिन ट्रक में माल भरा होने के कारण कामयाबी नहीं मिल पायी जिसके बाद पुलिस ने क्रेन बुलवाया और फिर ट्रक को उठा कर मोटर साइकिल और बालक के शव को निकाला गया।
40 किलो मीटर खैरागढ़ से धमधा मार्ग में सुरक्षा के उपाय नाकाफ़ी, एक अदद स्पीड ब्रेकर भी नहीं
खैरागढ़ से धमधा के बीच बाजार अतरिया होते हुए मुख्य मार्ग हैं जो सीधे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को जोड़ती है जो की खैरागढ़ से धमधा की दूरी 40 किलोमीटर है जहां पर एक भी स्पीड ब्रेकर नहीं है लिहाजा इसके चलते गाड़ियों की रफ्तार अंधाधुंध होती है और इसी के चलते आए दिन तेज रफ्तार वाहनों से दुर्घटनाएं घट रही है वहीं हाल के दिनों में दर्जन भर लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस मार्ग पर हकीकत बयां करें तो ट्रक एवं भारी लोडिंग वाहनों की रफ्तार इतनी तेज होती है कि आये दिन इस मार्ग पर मवेशियों सहित जीव-जंतुओं की कुचलने से मौत हो जा रही हैं वहीं इस मुख्य मार्ग स्टेट हाईवे में अब तक कई दर्जन दुर्घटनाएं घट चुकी है और ऐसी घटना दिन-दिन बढ़ते ही जा रही है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए शासन-प्रशासन और यातायात-पुलिस विभाग का इस ओर ठोस कार्रवाई कर पहल करना अनिवार्य हो गया है।
हर बार नजरअंदाज कर दी जाती है स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग
जब से खैरागढ़ से धमधा राज्य मार्ग का निर्माण और चौड़ीकरण हुआ हैं बाजार अतरिया के ग्रामीण तब से इस दुर्घटनाजन्य मार्ग पर स्पीड ब्रेकर निर्माण की मांग करते रहे हैं और अब मांग को लेकर थक गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन-प्रशासन ग्रामीणों की इस जरुरी मांग को लेकर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके चलते आज फिर एक बार यह सड़क रक्त रंजित हो गया और दो युवकों की असमय दर्दनाक मौत हो गई।
हादसे के बाद गांव में पसरा सन्नाटा
दर्दनाक हादसे में असमय गई दो नाबालिग बालकों की जान जाने से गांव में सन्नाटा छाया हुआ है और इलाके के ग्रामीण लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं में मौत को लेकर सहमे हुए हैं। मृतकों के घर में लोग ढांढस बांधने तो पहुंच रहे हैं लेकिन बाजार अतरिया में अभी तक की यह सबसे बड़ी और भयावह दुर्घटना होने से क्षेत्र वासियों के मन में आक्रोश बढ़ रहा है।