तीन साल से सड़क निर्माण अधूरा, राहगीरों को आवागमन में हो रही परेशानी

भाजपा के सुशासन युग में चल रही अंधेरगर्दी

खैरागढ़. वनांचल ग्राम देवरी में लगभग तीन साल से सड़क निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। करोड़ों की लागत से स्वीकृत उक्त सड़क का निर्माण तीन साल बाद भी नहीं होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है वहीं नागरिकों को आवागमन में भी परेशानी हो रही है। दो माह बाद बरसात का मौसम शुरू होने वाला है ऐसे में उक्त सड़क पर लोगों को चलने में और अधिक परेशानी होगी। बरसात से पहले ग्रामीणो द्वारा सड़ निर्माण कार्य पूर्ण करने की मांग की जा रही है।

बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण का कार्य सन् 2021 से शुरु हुआ है लेकिन कार्यावधि पूर्ण होने के बाद भी यह काम पूरा नहीं हो पाया है जो विभागीय लापरवाही के साथ ही ठेकेदार की उदासीनता को दर्शाता है। सड़क निर्माण को पूर्ण कराने विभागीय अधिकारी भी कोई रूचि नहीं दिखा रहे हैं और न ही ठेकेदार को कार्य पूर्ण करने कहा जा रहा है। वर्तमान में सड़क पर गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया गया है। शोल्डरों में मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है जो आने वाले समय में परेशानी का कारण बन सकता है। उक्त सड़क पर न ही पानी डाला गया है न ही रोड रोलर चलाया गया है जिसके कारण आए दिन ग्रामीण दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। धूल की गुब्बारों से स्कूली बच्चों व शिक्षकों सहित ग्रामवासी परेशान हैं। इन तीन सालों में निर्माण कार्य को लेकर जिला प्रशासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है जिसके कारण ठेकेदार की मनमानी बढ़ती जा रही है और निर्माण कार्य में गुणत्ताहीन मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है।
लगभग 3 करोड़ की लागत से कछुआ गति से बन रही सड़क
छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास योजनांतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत बजट वर्ष 2021-22 में प्रस्तावित ग्राम पंचायत देवरी से गौठान तक के लिए लगभग 2 करोड़ 84 लाख की राशि पास हुई है जिसका निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना था लेकिन विभागीय लचरता व ठेकेदार की मनमानी ने उक्त सड़क को बर्बाद कर दिया है। सड़क में गिट्टी, मुरूम व डस्ट डालकर निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है। ठेकेदार कम बजट में सड़क निर्माण कर मोटी रकम ऐंठने के फिराक में अब तक निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया है। गांव की आधी आबादी उड़ते धूल की गुब्बारों से परेशान हैं। धूल उड़ने की वजह से छोटे-छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग बीमारी का शिकार हो रहे हैं। सड़क निर्माण के नाम पर जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी वाहवाही लूट रहे हैं परंतु उक्त सड़क निर्माण की स्थिति देखने न ही अधिकारी पहुंचे हैं और न ही जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि ठेकेदार ने सभी को संतुष्ट कर रखा है।
निर्माण कार्य में पारदर्शिता छिपाने ठेकेदार और प्रशासन ने नहीं लगाया है सूचना फलक
सड़क निर्माण की पारदर्शिता छिपाने ठेकेदार के द्वारा सूचना फलक भी नहीं लगाया गया है जिससे सड़क निर्माण संबंधी प्रशासकीय जानकारी किसी को नहीं है। ग्रामीणों को अंधेरे में रखकर ठेकेदार व अधिकारी मिलकर सड़क निर्माण के नाम पर अपना जेब भरने में लगे हुये हैं जिसके चलते अब तक सड़क निर्माण पूर्ण नहीं हुआ है। नियमानुसार निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पहले कार्य स्थल में सूचना बोर्ड लगाया जाता है लेकिन उक्त सड़क के न ही जीरो प्वाइंट पर सूचना बोर्ड है और न ही सड़क के दूसरी ओर। ऐसे में क्षेत्रवासियों को सड़क निर्माण संबंधी जानकारी ही नहीं है और जानकारी के अभाव में वे चुपचाप बैठे हुये हैं।