तबादले की गाज गिरने के बाद लामबंद हुए कर्मचारी
मंदिरा दुकान के कर्मचारियों ने लगाई सीएम साय से गुहार
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. जिले की देशी व विदेशी मदिरा दुकान में कार्यरत ठेका कर्मचारियों ने जिला आबकारी अधिकारी पर सनसनीखेज आरोप लगाया है. कर्मचारियों का कहना है कि आबकारी अधिकारी ने तयशुदा रकम नहीं मिलने पर उनका तबादला कर दिया है इससे पहले उन्होंने धमकी भी दी थी कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो तबादला कर दिया जाएगा. इसके बाद अकारण देशी विदेशी मदिरा दुकान से ट्रांसफर से नाराज कर्मचारियो ने जिला आबकारी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं. आबकारी विभाग का अतिरिक्त प्रभार देख रहे सीएम विष्णुदेव साय व मुख्य आबकारी अधिकारी को कर्मचारियो ने पत्र लिखकर अनावश्यक ट्रांसफर को रूकवाने की मांग की है. जिला आबकारी अधिकारी की कार्यशैली से भयभीत कर्मचारियो ने सीएम को लिखे पत्र मे कहा कि हाल मे ही राजनांदगाँव जिले से अलग होकर अस्तित्व मे आये आबकारी जिले में पदस्थ जिला आबकारी अधिकारी द्वारा नौकरी से निकाल देने के नाम से उनका दोहन किया जा रहा है. जिले के लगभग सभी दुकानो मे कार्यरत सुपरवाइजर और सेल्समैन से शराब बिक्री को लेकर तयशुदा रकम की मांग की जा रही है नही देने पर बिना किसी ठोस कारण के उनका जिले के अलग अलग दुकानो मे ट्रांसफर कर दिया गया है. जिला आबकारी अधिकारी की कार्यशैली से नाराज कर्मचारियो का कहना है कि पहले ही कंपनी द्वारा उनके काम के हिसाब से पर्याप्त वेतन नही दिया जाता. दुकान मे टूट-फूट या अन्य किसी कारण से शराब का नुकसान होने पर उसका भुगतान उनसे कराया जाता है.
ठेकेदारी में काम करने वाला बना चेकर
नाराज कर्मचारियो ने सीमए विष्णुदेव साय को लिखे पत्र मे कहा कि जिला आबकारी अधिकारी को अपनी समस्या बताने के बाद भी हल निकालने की जगह निर्धारित तयशुदा रकम नही देने के कारण उन सभी को एक दुकान से दूसरे दुकान अदला बदली कर दिया गया है जिसके चलते उनके सामने परिवार से दूर होकर काम करना मजबूरी बन गई है. उन्होने कहा कि पूर्व में राजनांदगांव शराब दुकान से शराब की अफरा-तफरी के चलते कंपनी से निकाले व्यक्ति को अपने पास बतौर चेकर रखकर जिला आबकारी अधिकारी द्वारा लगभग हर दुकान से बिक्री से कम रकम बताकर माईनस निकाला जा रहा है. हताश परेशान कर्मचारियो ने सीएम विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर कहा कि आबकारी नियम अनुसार पहले से ठेकेदारी सिस्टम में काम कर चुके व्यक्ति को दुकान के सरकारीकरण के बाद काम में नही रखना है लेकिन जिला आबकारी अधिकारी खुलेआम नियमो का उल्लंघन कर उस व्यक्ति से काम ले रहा है. गौरतलब है कि जिले मे देशी विदेशी मदिरा की आठ दुकाने है जिसमे मुढ़ीपार, साल्हेवारा में कंपोजिट दुकानो का संचालन हो रहा है जबकि खैरागढ़, छुईखदान और गंडई में देशी विदेश मदिरा दुकाने पृथक-पृथक है. सभी दुकानों के सुपरवाइजरो सहित सेल्समैनो से सीएम से उनके अनावश्यक परेशान करने और तयशुदा रकम नही देने के कारण किए जा रहे तबादले को रूकवाने की मांग की है.
शराब दुकानों के भौतिक सत्यापन और हिसाब किताब में चेकिंग के दौरान माईनस पाए जाने पर तबादला किया गया है तयशुदा रकम मांगने की बात निराधार है.
दिगेश देवांगन, जिला आबकारी अधिकारी