टीएल की बैठक में नदारद रहे सात अधिकारी, नाराज कलेक्टर ने जारी किया शो शो-कॉज नोटिस
लापरवाही करने वाले अनुपस्थित अधिकारियों ने बैठक में अपना प्रतिनिधि तक नहीं भेजा
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा द्वारा समय सीमा की बैठक में बिना आधिकारिक जानकारी के अनुपस्थिति और अपना प्रतिनिधि भी नहीं भेजने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है. गौरतलब है कि शासन के नियमों व प्रशासन के दिशा निर्देशों को जिले के कुछ अधिकारी हवा में उड़ा रहे हैं. लापरवाह व आराम तलब अधिकारियों को ना तो शासन के नियमों का डर हैं और न जिले के मुखिया कलेक्टर का खौफ, और यही कारण है कि बार-बार जरूरी कार्यों से जिले के प्रशासनिक अधिकारी अपना मन चुराते हैं और तरह-तरह बहाने बनाकर जरूरी बैठकों से गायब रहते हैं.
ये हैं बैठक से गायब रहने वाले लापरवाह अधिकारी
शोकॉज नोटिस जारी होने वालों में बृजेश पटौरिया कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग एडीबी दुर्ग, सहदेव सोनवानी कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जिला केसीजी, पवन मेश्राम मंडी सचिव कृषि उपज मंडी गंडई, सुदेश सिंह मंडी सचिव कृषि उपज मंडी खैरागढ़, पूर्णिमा गुप्ता सहायक अभियंता क्रेडा राजनांदगांव, सौरभ ताम्रकार अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा छुईखदान, आरके राठौर अनुविभागिय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा खैरागढ़ का नाम शामिल है. संबंधित अधिकारियों को बैठक में उपस्थित नहीं होने और प्रतिनिधि नहीं भेजने पर नोटिस जारी हुआ है. दरअसल जिला कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा द्वारा प्रत्येक मंगलवार को समय सीमा की बैठक लेकर विभागीय समीक्षा करते है. वर्तमान में कुछ विभाग का संचालन पूर्व जिलों से हो रहा है. साथ ही संबंधित अधिकारीयों को समय सीमा की बैठक के पूर्व सूचना दी जाती है किन्तु अधिकारीयों द्वारा समय सीमा की बैठक में अनुपस्थिति की वजह से उस विभाग की जानकारी नहीं मिल पाती साथ ही उस विभाग से किसी प्रतिनिधि की उपस्थिती भी नहीं होती है जिस पर कलेक्टर ने फटकार लगाई है. कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि समय-सीमा की बैठक में उपरोक्त अधिकारियों की अनुस्थिति के कारण उस विभाग की समीक्षा नहीं हो पाती. अधिकारियों या उनके प्रतिनिधियों द्वारा बैठक में उपस्थित नहीं होने से निर्धारित बिंदुओं एवं लंबित जानकारी पर समीक्षा नहीं होने पर इसे शासकीय आदेशों की अव्हेलना एवं लापरवाही का द्योतक मानते हुये कलेक्टर ने असंतोष व्यक्त किया है तथा कारण बताओ नोटिस सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये हैं.