
सत्यमेव न्यूज छुईखदान। राजनांदगांव जिले के छुईखदान क्षेत्र के टिकरीपारा गांव में हर रविवार को सैकड़ों लोगों के जुटने से क्षेत्र में चर्चा तेज हो गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां लंबे समय से धर्म परिवर्तन से जुड़ी गतिविधियां चल रही हैं, जबकि प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हर सप्ताह 200 से 300 लोग इस सभा में शामिल होते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद न तो अधिकारियों ने स्थल निरीक्षण किया और न ही आयोजकों से पूछताछ की। इस कारण स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति असंतोष और अविश्वास बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सभा में बाहर से आने वाले लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जाता है। उनका कहना है कि यदि समय रहते जांच और रोकथाम नहीं की गई तो स्थिति गंभीर रूप ले सकती है। छत्तीसगढ़ में धर्म स्वतंत्रता अधिनियम लागू है जिसके तहत भय, लोभ या दबाव के माध्यम से धर्म परिवर्तन कराना दंडनीय अपराध है। इसके बावजूद टिकरीपारा में जारी इन गतिविधियों पर निगरानी की कमी सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से तत्काल जांच दल भेजने की मांग की है ताकि तथ्य सामने आएं और किसी भी प्रकार की अफवाह या गलतफहमी समाप्त की जा सके। फिलहाल टिकरीपारा में हर रविवार होने वाली इस सभा को लेकर क्षेत्र में चर्चा और असमंजस दोनों बने हुए हैं जबकि प्रशासन की चुप्पी पर ग्रामीणों में गहरा रोष है।
