टायर फटने से बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर प्रवेश द्वार से जा टकराई, गाड़ी में सवार सभी 7 लोग घायल
इमरजेंसी ड्यूटी में डॉक्टर अपने प्राइवेट क्लीनिक में करते रहे इलाज इधर घायल मरीज तड़पते रहे
गंभीर घायलों को किया गया रिफर
सिविल अस्पताल खैरागढ़ में 1 घंटे तक मरीज करते रहे इलाज के लिये इंतजार
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़ . आज दोपहर करीब 12:40 बजे दल्ली राजहरा से नर्मदा संडी आ रही बोलेरा वाहन क्र. सीजी 07 बीएफ 7026 टायर फटने से अनियंत्रित होकर खैरागढ़ सोनेरारार में पालिका के प्रवेश द्वार से जा टकराई जिससे बोलेरा गाड़ी का सामने का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और वहां में सवार सभी लोग घायल हो गए। गनीमत इस दुर्घटना में बोलेरो में सवार लोगों की जान नहीं गई। गाड़ी में दो बच्चे सहित एक ही परिवार के 5 लोग सवार थे जिन्हें सिविल अस्पताल खैरागढ़ लाया गया जिसमें मालती बाई साहू 65 साल के बाएं हाथ की हड्डी ही टूट गई व वाहन चालक तुषार साहू उम्र 20 साल के जबड़े में चोट है वहीं शकुन साहू उम्र 45 वर्ष के आंख के नीचे चोट आई है और मयंक साहू उम्र 13 साल, सोनिया साहू उम्र 20 साल, खुशांत साहू उम्र 2 साल को अंदरुनी चोटे आई है।बताया गया कि जिस समय घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया उस समय ड्यूटी पर डॉ.पंकज वैष्णव थे लेकिन सभी घायल 1 घंटे तक डॉक्टर साहब का इंतजार करते रहे और डॉक्टर अपने सरकारी आवास में संचालित प्राइवेट क्लिनिक में आये मरीजों का रकम लेकर इलाज करते रहे। इसी दौरान सिविल अस्पताल में पदस्थ ड्रेसर सुखी राम दर्द से तड़प रहे मरीजों से बदतमीजी करने लगा। मामले को लेकर डॉ.पंकज वैष्णव का कहना था कि छुट्टी का दिन होने है कुछ डॉक्टर छुट्टी में है इसी वजह से समस्या हुई सिविल अस्पताल का ये पहला मामला नहीं है जब मरीजों को डॉक्टरों की देर तक राह ताकनी पड़ती है कई बार ऐसे मामले होते रहे हैं लेकिन डॉक्टरों को प्राप्त राजनीतिक संरक्षण की वजह से इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। गौर करने वाली बात यह है कि जिला निर्माण के बाद से ही खैरागढ़ के सिविल अस्पताल में चिकित्सा की सुविधा व्यवस्था का हाल और बुरा हो गया है। चिकित्सालय की व्यवस्था को सुधारने को लेकर मांग तो होती रही है और नागरिकों द्वारा आवाज भी उठाई गई लेकिन यहां व्यवस्था को सुधारने शासन प्रशासन के प्रयास हमेशा नाकाफी ही साबित हुए हैं जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।