ज्ञापन देने से पहले ही केसीजी में युवा कांग्रेस के पदाधिकारी नज़रबंद


जिला युकांध्यक्ष ने कहा-भाजपा कर रही लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। मुख्यमंत्री तक जिले की जनता की समस्याओं की आवाज़ पहुँचाने निकले युवा कांग्रेस पदाधिकारियों को प्रशासन ने कार्यक्रम से पहले ही नज़रबंद कर दिया। 13 अगस्त 2025 को ग्राम उदयपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को ज्ञापन सौंपने की योजना थी लेकिन एसडीएम छुईखदान-गंडई के निर्देश पर पुलिस ने युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुलशन तिवारी सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं को उनके घरों में कैद कर नजरबंद कर दिया है।
कांग्रेस के इन कार्यकर्ताओं को किया गया है नजरबंद
नज़रबंद किए गए प्रमुख कार्यकर्ताओं में ब्लॉक अध्यक्ष गौकरण जंघेल, सेक्टर प्रभारी सुमिरन वर्मा, सरपंच रोशन मांडले, उपसरपंच अनिल विश्वकर्मा, चतुर ओगरे, बलराम साहू, लक्ष्मण यादव, भावेश गहने, बहादुर साहू, शेख मुस्लिम, सुनील साहू, पुरणपाल, पुरुषोत्तम जंघेल, किशन साहू, रमेंद्र यादव, पवन जंघेल सहित कई नाम शामिल हैं। इस कार्रवाई को लेकर युकां के जिलाध्यक्ष गुलशन तिवारी का आरोप है कि यह कार्यवाही “लोकतंत्र की हत्या” जैसा ही है।
“जब जनता की समस्याओं को लेकर शांतिपूर्वक ज्ञापन देना भी सरकार को बर्दाश्त नहीं तो यह साफ है कि भाजपा को अपनी नाकामी उजागर होने का डर है।”
जानिए क्या है कांग्रेसियों की मुख्य मांगें
कांग्रेसियों की मुख्य मांगों में ‘जिला कार्यालयों का समान वितरण’- जिसमें तीनों नगरों (खैरागढ़, छुईखदान, गंडई) में जिला कार्यालय बांटे जाएं ताकि रोजगार और विकास के अवसर समान रूप से मिलें। ‘किसानों को मुआवजा’- छुईखदान–उदयपुर–दनिया मार्ग के लिए 6 साल पहले अधिग्रहित भूमि का मुआवजा अब तक न मिलने पर त्वरित भुगतान की मांग। ‘छुईखदान में पेयजल संकट’- जल जीवन मिशन की पाइपलाइन नगर से गुजरने के बावजूद पानी की आपूर्ति न होना। ‘गंडई में नया मार्केट परिसर’- व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग। ‘उदयपुर में बैंक और पुलिस चौकी’- 1500 किसानों व 40 से अधिक गांवों की आबादी के लिए जरूरी सुविधा। ‘गौ-तस्करी पर रोक’- जिले की आंतरिक सड़कों पर स्थायी जांच नाके स्थापित करने की मांग शामिल है। श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा सरकार का असली चेहरा सामने आ चुका है “जब सवालों का जवाब नहीं होता तो सत्ता डरकर आवाज़ को कैद कर देती है लेकिन हम जिले के हक और सम्मान के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई जारी रखेंगे।”