
परीक्षा तैयारी को लेकर केन्द्राध्यक्षों, पर्यवेक्षकों, उड़नदस्ता दल व सुरक्षा अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा प्रयोगशाला परिचारक भर्ती परीक्षा आगामी 3 अगस्त रविवार को नवगठित खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में आयोजित की जाएगी। परीक्षा को सुव्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिये कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के मार्गदर्शन में कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में केन्द्राध्यक्षों, पर्यवेक्षकों, उड़नदस्ता दल व सुरक्षा अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। परीक्षा की नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर रेणुका रात्रे ने बताया कि जिले में कुल 3 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। रानी रश्मिदेवी सिंह शासकीय महाविद्यालय, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्कूल, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम कन्या शाला खैरागढ़ इन केंद्रों में कुल 1016 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 1:15 बजे तक एक पाली में आयोजित की जाएगी। अभ्यर्थियों को कम से कम दो घंटे पहले परीक्षा केंद्र में पहुंचना होगा जिससे फिस्किंग और पहचान पत्र सत्यापन समय पर किया जा सके। व्यापम के नियमानुसार, प्रारंभ से आधे घंटे पहले यानी 10:30 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा। प्रशिक्षण सत्र के दौरान नोडल अधिकारी ने व्यापम के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार परीक्षा संचालन के लिए निर्देशित किया। जिला समन्वयक डॉ. जितेन्द्र कुमार साखरे ने परीक्षा से संबंधित सभी आवश्यक बिंदुओं पर अधिकारियों को विस्तृत जानकारी दी। परीक्षार्थियों के लिए प्रमुख निर्देश इस प्रकार हैं।केवल काले या नीले बॉलपॉइंट पेन का प्रयोग करें। प्रवेश पत्र के सभी पृष्ठों का एकतरफा प्रिंट अनिवार्य है। हल्के रंग के आधी बाँह वाले कपड़े पहनें तथा केवल चप्पल पहनकर आएं। कानों में किसी प्रकार के आभूषण वर्जित रहेंगे। पहचान के लिए आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड अनिवार्य है। यदि प्रवेश पत्र पर फोटो नहीं है तो दो रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाएं। परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, पर्स, बेल्ट, टोपी, स्कार्फ, पाउच आदि पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। प्रशासन ने परीक्षा की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली हैं और परीक्षार्थियों से अपील की है कि वे सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।