जिले को टीबी और कुष्ठ मुक्त करना हमारी प्राथमिकता- कलेक्टर
कलेक्टर ने जिला स्वास्थ्य समिति की ली समीक्षा बैठक
जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने दिये निर्देश
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. कलेक्टर एवं जिला स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष चंद्रकांत वर्मा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना और विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में तेजी लाने पर चर्चा हुई। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को विकसित करना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए सभी विभागों से समन्वय के साथ कार्य करना होगा ताकि समुदाय को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। कलेक्टर ने आगे कहा कि जिले को टीबी और कुष्ठ मुक्त करना हमारी प्राथमिकता है। छत्तीसगढ़ शासन के 100 दिवसीय निक्षय निरामय अभियान के तहत संभावित मरीजों की सक्रिय जांच, एक्स-रे और उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए साथ ही मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत पंजीयन और प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। बच्चों के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने के लिए कहा गया। कलेक्टर ने बैठक में एनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत साप्ताहिक आयरन-फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग को समयबद्ध योजना तैयार करने के निर्देश दिये। मासिक प्रगति रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग को नियमित रूप से भेजने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कलेक्टर श्री वर्मा ने सभी संस्थानों में स्वच्छता और संक्रमण मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने निर्देशित किए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने के लिए एनक्यूएएस मापदंडों का पालन अनिवार्य है। इसके साथ ही आने वाले शिशु संरक्षण माह और फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम को माइक्रोप्लान के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए गए। शिक्षण संस्थानों को तंबाखू मुक्त करने एवं कोटपा एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की बात कही। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शासकीय स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में रोस्टर अनुसार शत-प्रतिशत भ्रमण कर बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर कैटेगरी ए, बी, सी एवं डी के उपचार के लिये प्लानिंग कर क्रियान्वयन करने निर्देशित किया गया। बैठक में यह भी निर्देशित किया गया कि स्वास्थ्य केंद्र तय समय पर खुले रहें और आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को समय पर इलाज उपलब्ध कराया जाए। वृद्धजनों के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं जैसे मोतियाबिंद ऑपरेशन, फिजियोथेरेपी और अन्य आवश्यक सुविधाएं व्यवस्थित रूप से उपलब्ध कराने की बात कही। बैठक में अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल, सीएमएचओ डॉ.आशीष शर्मा, डीईओ लालजी द्विवेदी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी प्रीत सिंह खुटेल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती सोनल धु्रव, बीएमओ डॉ.विवेक बिसेन व डॉ.मनीष बघेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।