
जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा- किसानों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता का प्रतीक निर्णय
प्रदेश सरकार ने 26 नए सोसाइटी केंद्रों की स्थापना को दी अनुमति
किसानों को अब बीज, खाद और अन्य सुविधाओं के लिए नहीं जाना पड़ेगा दूर
स्थानीय स्तर पर बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
सरकार की योजना से आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल
सत्यमेव न्यूज के लिए आकाश तिवारी खैरागढ़। प्रदेश की साय सरकार ने किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए खैरागढ़-छुईखदान-गंडई क्षेत्र में 26 नवीन सहकारी सोसाइटी केंद्र खोलने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। यह कदम क्षेत्र के हजारों किसानों के लिए राहत की सौगात लेकर आया है जिससे अब उन्हें कृषि कार्यों के लिए दूरस्थ क्षेत्रों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
इन ग्रामों में खुलेंगे नये खरीदी केंद्र
मानपुर नाका, ढाबा, सम्बलपुर, भूर्भुसी, पथर्रा, कोर्राय, भुलाटोला, गातापार जंगल, चिचोला, बरबसपुर, कुकुरमुड़ा, साल्हेकला, सहसपुर, जामगांव, ठाकुरटोला, दामरी, भरतपुर, धनगांव, बघमर्रा, दिलीपपुर, कुम्ही, पांडुका, मदराकुही, देवारीभाठ, महरूमकला और भोथली (पाटा)।
विक्रांत सिंह ने जताया मुख्यमंत्री और मंत्रियों का आभार
के.सी.जी. जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, सहकारिता मंत्री केदार कश्यप और सांसद संतोष पांडेय के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय किसानों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता और दूरदर्शी सोच को दर्शाता है। सरकार के इस निर्णय स्व किसानों को सीधा लाभ होगा। विक्रांत सिंह ने कहा कि इन सोसाइटी केंद्रों के खुलने से किसानों को बीज, खाद, कीटनाशक और अन्य कृषि सामग्री अपने ही क्षेत्र में सुलभ हो सकेगी। इससे किसानों के समय और संसाधनों की बचत होगी तथा उत्पादकता में वृद्धि होगी। उन्होंने आगे कहा कि यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेगी और स्थानीय रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी।
आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम
सरकार के इस निर्णय से किसानों को योजनाओं का लाभ सीधे मिलेगा। यह कदम आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर गांव की दिशा में एक सकारात्मक पहल साबित होगा।