जिलेभर में हर्षोल्लास से मनाई गई 133वीं अंबेडकर जयंती

सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. जिले भर में हर्षोल्लास के साथ संविधान निर्माता डॉ.भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर जिले भर से दूर-दराज से बौद्ध समाज के लोग बड़ी संख्या में छुईखदान पहुंचे और आयोजन को सफल बनाया. सुबह समाजिक भवन टिकरीपारा में समाज के लोगों ने पूरे उत्साह से पंचशील ध्वजारोहण किया जिसके बाद विशाल रैली निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी. इस दौरान बौद्ध समाज के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ बाबा साहेब अमर रहे के नारे लगाए. रैली में अम्बेडकर अनुयायी विशेष तौर पर श्र्वेत तथा गहरे नीले रंग की वेशभूषा में शामिल हुये. इस दौरान भारतीय बौद्ध महासभा द्वारा बनवाया गया बाबा साहेब का कटआऊट आकर्षण का केंद्र रहा. शोभा यात्रा टिकरीपारा के अंबेडकर भवन से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गो शांति चौक, जय स्तंभ चौक, जमुना चौक, बाजार लाइन से होती हुई अंबेडकर चौक में पहुंचकर शोभायात्रा का समापन हुआ. बाद में शोभा यात्रा एक विशाल जनसभा में परिवर्तित हो गई. रैली लगभग 8 बजे आंबेडकर चौक पहुंची यहां कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान समाज के वरिष्ठजनों ने अपने विचार व्यक्त किये तथा समाज को बाबा साहेब के विचारों के साथ एकजुट होने का संदेश भी दिया. इस दौरान भीम गीतों का आयोजन भी किया गया, जिसमें संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब की महिमा का गुणगान करते गीतों की प्रस्तुति कलाकारों ने दी. आयोजन में शहर सहित आसपास के क्षेत्र एवं अन्य जिलों से भी बौद्ध समाज के लोगों ने उपस्थिती दर्ज कराई. सुबह से प्रारंभ आयोजन देर रात तक चलता रहा. इस दौरान पुलिस प्रशासन की व्यवस्था भी सराहनीय रही.

केसीजी जिला बौद्ध समाज के अध्यक्ष संतोष कामडे ने बाबा साहब के तस्वीर पर माल्यापर्ण और पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धासुमन व्यक्त किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुये जिला अध्यक्ष कामड़े ने कहा कि देश बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के योगदानों को कभी नहीं भूल सकता है उन्होंने सामाजिक न्याय और समरसता की वकालत कर देश को समानता के भाव में पिरोया. आज के समय में इसकी प्रासंगिता और अधिक है. उन्होंने कहा कि बाबा साहब एक भारतीय संविधान के शिल्पकार थे, वे एक बड़े समाज सुधारक और पथ प्रदर्शक थे. हमें उनके बताये मार्गों पर चलकर देश को विकसित और समृद्ध राष्ट्र बनाना है.

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