जालबांधा पंचायत में भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट दो माह से लंबित, शिकायतकर्ता परेशान

सत्यमेव न्यूज जालबांधा। ग्राम पंचायत जालबांधा में सरपंच और सचिव पर लगे गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच रिपोर्ट दो महीने बीत जाने के बाद भी आज तक जमा नहीं की गई है। उपसरपंच एवं पंचों द्वारा कलेक्टर और जिला सीईओ को सौंपे गए लिखित शिकायत पत्र में लाखों रुपये के फर्जी आहरण बिना प्रस्ताव और बिना प्राकलन के निर्माण कार्य तथा राजस्व की गंभीर अनियमितताओं का उल्लेख किया गया था। मुख्य आरोप शराब दुकान भवन निर्माण को लेकर है जहां बिना किसी प्राकलन मूल्यांकन सत्यापन और पंचायत प्रस्ताव के ही लाखों रुपये का आहरण कर लिया गया। इसी तरह नाली निर्माण गली लाईट की खरीद तथा गली मुरमीकरण में भी लागत से अधिक और बिना प्रस्ताव के राशि निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिला सीईओ के निर्देश पर जनपद पंचायत की जांच टीम जालबांधा पहुंची थी और पंच दल द्वारा भौतिक सत्यापन तथा शिकायतकर्ताओं के बयान भी लिए गए थे लेकिन दो माह बाद भी जांच प्रतिवेदन न तो उच्च अधिकारियों को भेजा गया है और न ही शिकायतकर्ताओं को उसकी प्रति उपलब्ध कराई गई है। शिकायतकर्ता लगातार जनपद पंचायत कार्यालय जाकर जांच रिपोर्ट की मांग कर रहे हैं लेकिन जांच दल से उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है। इसी बीच कुछ पंचों ने फर्जी नाली निर्माण और व्यवसायिक परिसर निर्माण में बिना प्रस्ताव और बिना प्राकलन के 4 लाख रुपये के फर्जी आहरण का नया आरोप भी लगाया है। इस प्रकरण की जांच के लिए गठित टीम आज तक पंचायत नहीं पहुंची है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जांच दल जानबूझकर रिपोर्ट को दबा रहा है और सरपंच सचिव को बचाने की कोशिश की जा रही है। इससे जनपद पंचायत खैरागढ़ के अधिकारियों की कार्यप्रणाली और लापरवाही भी उजागर हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे जिला एवं राज्य स्तर पर शिकायत कर आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।

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