जनौषधि केंद्र मे ब्रांडेड और प्रतिबंधित दवाई मिलने व दुकान सील होने के बाद अधिकारियों ने शुरू की जॉच
निजी मेडिकल संचालकों ने की थी सरकारी मेडिकल स्टोर की शिकायत
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. नियम विपरीत जाकर दवाई बेचने को लेकर मेडिकल संचालको की आपत्ति पर बीते चार दिनो से सील पीएम जनौषधि सेंटर को अधिकारियो की मौजूदगी मे खोलकर जॉच की गई. पीएम भारतीय जनौषधि परियोजना के प्रदेश नोडल अनीश वोडेटलवार, एडीआई संजय झाड़ेकर, डीआई प्रियंका धु्रव और बीएमओ डॉ.विवेक बिसेन सहित आपत्तिकर्ताओ की मौजूदगी मे सीलबंदी हटाकर नए सिरे से जॉच की गई इस दौरान अधिकारियो ने पाया कि दुकान संचालक आशीष वर्मा द्वारा जनौषधि के लिए निर्धारित दवाईयो के अलावा अन्य ब्रांड की एथिकल दवाईयॉ भी बेची जा रही है. अगल अलग बीमारियो के लिए मिलने वाली ब्रांडेड दवाईयो की सूची बनाकर उन्होने संचालक को सात दिनो के भीतर संबंध मे जवाब देने कहा है. लगभग दो से तीन घंटे चली जॉच मे अधिकारियो को जनौषधि केंद्र मे फाक्सकॉल टेबलेट, एनजी फिट फोरजी सिंरप, ग्लिमीकान एमवन और एमटू, ट्राइनैक जैल, गडकेयर सचेट, मल्टी फिट टेबलेट, फेब्रिनिल एंपुल, जियोरेड एक्सटीएम सचेट जैसी महंगी ब्रांडेड दवाईयो के जखीरे के अलावा आयुर्वेदिक दवाईयॉ नीम करेला जूस सहित नारकोटिक एक्ट के तहत बिना डॉक्टर की पर्ची के बेचने वाली प्रतिबंधित दवाई क्लोनाजेपाम का डिब्बा भी मिला है. मामले को लेकर उन्होने आपत्तिकर्ताओ के सामने दुकान संचालक को फटकारा और परियोजना के नियम विपरीत जाकर काम करने के लिए कार्रवाई का भरोसा दिया.
कार्रवाई नही होने पर निजी मेडिकल संचालकों ने दी बंद की चेतावनी
चेतावनी के बाद भी सुधार नही करने से व्यवसाय प्रभावित होने का आरोप लगाते हुए नगर के मेडिकल संचालको ने बुधवार 28 फरवरी को परिसर स्थित जनौषधि केंद्र मे धावा बोला और रंगे हाथ ब्रांडेड मेडिकल दवाईयो के कार्टून खाली होते देखकर उन्होने बीएमओ डॉ.विवेक बिसेन को सूचना दी जिसके बाद मौके पर हालात को काबू पाने बीएमओ ने पहले दवाईयो की उपलब्धता को लेकर सवाल जवाब किया, संचालक से परचेस बिल और चालान मांगा जिसके बाद फौरी कारवाई करते हुए पंचनामा तैयार कर सीलबंदी की कारवाई की थी जिसके बाद से जनौषधि केंद्र मे जॉच को लेकर अन्य मेडिकल संचालक अड़ गए थे. निरीक्षण बाद उन्होने अधिकारियो से एक स्वर मे कहा कि नियमो का उल्लंघन करने का प्रमाण मिलने के बाद भी केंद्र संचालक को अगर परिसर से नही हटाया गया तो दस दिन बाद वो जिले भर की दुकानो मे ताला लगाकार विरोध प्रदर्शन करेंगे. दवा विक्रेता संघ के मनोज मुणोत, नवीन जैन, दिनेश ओसवाल, विकास फोटानी, युगेश सिंहा, लक्ष्मीनारायण सोनी, राहुल छाजेड़, आयुष सिंह, मनोज जैन, लक्की यदु सहित दर्जनभर से ज्यादा मेडिकल संचालको ने सांसद संतोष पांडेय और सीएचएमओ को पत्र लिखकर सिविल अस्पताल परिसर मे संचालित जनौषधि केंद्र संचालक की शिकायत करते हुए कहा कि सालो से उक्त व्यक्ति द्वारा केंद्र मे जेनरिक दवाईयो से ज्यादा ब्रांडेड दवाईया बेची जा रही है. परियोजना के अनुबंध अनुसार पीएमबीआई से सप्लाई होने वाली दवाई ही बेचना है लेकिन केंद्र संचालक कई बार चेतावनी के बाद भी अपनी आदत से बाज नही आ रहा है इसलिए उक्त फार्मासिस्ट का अनुबंध खत्म कर अस्पताल परिसर मे नया फार्मासिस्ट नियुक्त कर दुकान का नियमानुसार संचालन कराया जाए.
परियोजना के अनुबंध तहत निर्धारित नियमो का उल्लंघन कर ब्रांडेड दवाईया बेचने की शिकायत प्रथम दृष्टया सही पाई गई है. नोटिस जारी कर फार्मासिस्ट से जवाब मांगा गया है उसके बाद नियमानुसार कारवाई की जाएगी.
अनीश वोडेटेलवार नोडल अधिकारी छग जनौषधि परियोजना
जनौषधि केंद्र मे मिली ब्रांउेड दवाईयो को लेकर परचेस बिल या चालान निर्धारित समय पर पेश करने कहा गया है.
संजय झाड़ेकर एडीआई