जनसेवा के लिये मिसाल: 8 दशक पहले साहू परिवार ने कराया तालाब निर्माण, अब ग्रामीणों के लिये बनी जीवनदायिनी
अल्हा नवागांव के स्व.अजब दास साहू ने जनसेवा व पशु-पक्षियों की मदद के लिये बनवाया था तालाब
3 एकड़ से अधिक भूमि पर हैं पानी से बारहमासी लबरेज तालाब
क्षेत्र में जलसंकट को दूर करने दान की थी अपनी निजी जमीन
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. जिले के खैरागढ़ जनपद अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रूसे के अश्रित ग्राम अल्हा नवागांव में जनसेवा और जीव दया की भावना से एक परिवार ने मिसाल पेश की थी जो आज भी कायम हैं. 8 दशक पहले आल्हा नवागांव निवासी स्व.अजब दास साहू द्वारा क्षेत्र में जल संकट को दूर करने की नियत से एक बड़ा तालाब खनन कराया था जो अब पूरे गांव के लिए जीवनपयोगी बन गई है. इस तालाब को लेकर खास बात यह है कि गांव में दो सरकारी तालाब भी है लेकिन दोनों सूखे पडे हुये हैं जिसके कारण ग्रामीण स्वयं की निस्तारी, जानवरों को नहलाने व पानी पिलाने में आज भीषण गर्मी के दौर में भी स्व.अजब दास द्वारा बनाये गया तालाब काम आ रहा है.
सेवा भावना को लेकर दादा के दिखाए राह पर चल रहे पोते धीरदास
तीसरी पीढ़ी के आते-आते वर्तमान साहू परिवार के रिटायर्ड शिक्षक धीर दास जो की स्व.अजब दास साहू के पोते है उन्होंने भी अपने दादा की राह पर चलते हुए गांव वालो के निस्तारी के लिए उक्त तालाब को दे दिया है. धीरदास ने बताया कि गांव के सरकारी तालाब में पानी नहीं है तथा ग्रामवासियों द्वारा हमारे दादा स्व.अजब दास द्वारा निर्माण कार्य गए तालाब के पानी का ही उपयोग कर रहे है. उन्होंने कहा कि कई लोग मछली पालन करने के उद्देश्य से किराये में मांग करते है लेकिन हमारे द्वारा ऐसा कभी नहीं किया गया हैं. पेशे से शिक्षक रहे श्री साहू बताते हैं कि जिस सेवा भाव की सोच से तालाब का निर्माण कराया गया उसी परंपरा को हमारी आने वाली पीढ़ी द्वारा आगे बढ़ाया जायेगा.
अपनी दूरदर्शी सोच के कारण आज भी सम्मान का पात्र बना हुआ है साहू परिवार
अपनी दूरदर्शी सोच के कारण तालाब निर्माण करने वाला है साहू परिवार आज भी सम्मान का पात्र बना हुआ हैं.
ग्राम पंचायत रूसे के उपसरपंच इंदल राम साहू सहित ग्रामवासियों ने अभार प्रकट करते हुये बताया कि गांव में सरकारी तालाब में पानी नहीं होने से रूसे बांध का पानी नहर में आने पर मोटर के माध्यम से रोड़ किनारे लगे स्व.अजब दास साहू के निजी तालाब में भरा जाता हैं जिसे पूरे गांव के लोग उपयोग करते हैं. अभी निजी तालाब में कमल के पौधे उग आए हैं जिसे पंचायत के माध्यम से प्रस्ताव करके साफ कराया जायेगा.