
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. देश में तेजी से बढ़ती जनसंख्या को लेकर भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा है। पार्टी ने केंद्र सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग की है ताकि देश को सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय संकट से उबारा जा सके। ज्ञापन में कहा गया है कि भारत की जनसंख्या 146 करोड़ से अधिक हो चुकी है जो विश्व की कुल जनसंख्या का लगभग 20 प्रतिशत है जबकि देश के पास केवल 2 प्रतिशत भू-भाग है। संसाधनों की सीमितता और जनसंख्या वृद्धि के असंतुलन के चलते बेरोजगारी, कुपोषण, अशिक्षा, भ्रष्टाचार और पर्यावरण क्षरण जैसी समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं।
प्रति दिन 90,000 नये जन्म, सालाना 3 करोड़ की जनसंख्या वृद्धि पार्टी ने आंकड़ों के आधार पर बताया कि भारत में हर दिन लगभग 90,000 बच्चे जन्म लेते हैं जिससे हर वर्ष करीब 3 करोड़ की नई जनसंख्या जुड़ती है जबकि सरकार हर पांच वर्षों में अधिकतम 2 करोड़ रोजगार का ही सृजन कर पाती है। इससे युवा वर्ग में बेरोजगारी और असंतोष लगातार बढ़ रहा है।
संसाधनों पर बढ़ता दबाव, पर्यावरण पर गहराता संकट
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि बढ़ती जनसंख्या के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य, जल, खाद्य, आवास और रोजगार जैसे मूलभूत संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है। अस्पतालों में बेड और स्कूलों में सीटें कम पड़ रही हैं वहीं वन कटाई और प्रदूषण जैसी समस्याएं विकराल रूप ले चुकी हैं। पार्टी ने संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक की रिपोर्ट का हवाला देते हुये कहा कि यदि वर्तमान दर से जनसंख्या वृद्धि जारी रही तो वर्ष 2050 तक भारत की जनसंख्या 170 करोड़ को पार कर सकती है जो राष्ट्रीय स्थिरता के लिए बेहद खतरनाक होगा। भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि देशहित में कठोर और प्रभावी जनसंख्या नियंत्रण कानून शीघ्र पारित कर लागू किया जाये ताकि आने वाले समय में भारत को संतुलित, सक्षम और सशक्त राष्ट्र के रूप में दिशा दी जा सके।