छुईखदान ब्लॉक में दो दिवसीय संकुल स्तरीय एसएमसी प्रशिक्षण प्रारंभ

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. संकुल केंद्र घिरघोली व संकुल केंद्र झुरानदी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय संकुल स्तरीय एसएमसी शिक्षक प्रशिक्षण का शुभारंभ शासकीय हाईस्कूल घिरघोली में किया गया. प्रशिक्षण के प्रारंभ में मास्टर ट्रेनर जीआर टंडन ने अपने साथी मास्टर ट्रेनर दामोदर लाल वर्मा व मास्टर ट्रेनर हेमंत कुमार साहू परिचय कराया कराते हुये बच्चों की शिक्षा में एसएमसी के सदस्यों की भूमिका और पालकों की सजकता किस प्रकार हो, घर में पढऩे लिखने वाले बच्चें हैं तो पालकों की क्या-क्या जिम्मेदारी होनी चाहिये इसके बारे में जानकारी दी.

उन्होंने ताया कि केवल स्कूल में नाम लिखा देने से बच्चों की सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता, बच्चों के सर्वांगीण विकास में पालक, बालक और शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. सामुदायिक सहभागिता का उदाहरण देते हुये सभी लोगों को मिलकर काम करना होगा. बच्चें नियमित शाला आये, बच्चों को गरम भोजन मिले. शिक्षा बालक और बालिका दोनों को मिले, दोनों में किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो, पढ़ते लिखते समय हमारे घर का वातावरण कैसा हो, किन-किन सावधानियों को ध्यान में रखकर हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकते हैं इस पर भी चर्चा की गई. प्रश्नोत्तरी शैली में प्रशिक्षक और सभी शिक्षकों ने अपनी-अपनी योग्यतानुसार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
पांच समूह बनाकर सभी समूह को अलग-अलग गतिविधियां कराई गई जैसे शाला त्यागी बच्चों को शाला प्रबंधन समिति, शिक्षक, पालक शाला से कैसे जोड़े इसको विभिन्न उदाहरण और अनुभव के आधार पर बताया गया. बच्चों में बढ़ती नशा खोरी को कैसे रोका जाये, नशा मुक्त वातावरण कैसे बनाया जाये, इसके जिम्मेदार कौन है, हमारी क्या भूमिका हो सकती है, मानसिक और अन्य रूप से दिव्यांग बच् चों के सर्वांगीण विकास के लिये कौन-कौन से प्रयास किये जा सकते हैं, शिक्षित पालकों में महिला पालकों की क्या भूमिका हो सकती है, शिक्षा के साथ नैतिक शिक्षा, व्यवहारिक शिक्षा और कौशल विकास के लिये हम सब क्या-क्या कर सकते हैं ताकि बच्चें पढ़ लिखकर बेरोजगार न हो जाये बल्कि अपने लिये जीवन यापन की सुविधा उपलब्ध कर सके आदि विषयों पर गहन चिंतन मनन किया गया. प्रशिक्षण में संकुल केंद्र घिरघोली और संकुल केंद्र झुरानदी के 18-18 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया. उक्त जानकारी शासकीय प्राथमिक शाला पुरैना के प्रधान पाठक तुलेश्वर कुमार सेन ने दी.