चुनिंदा गाड़ियों पर मुँहदेखी कार्यवाही: वाहवाही लूट रहा खनिज विभाग

सालभर इन्हीं गाड़ियों से होता है अवैध परिवहन पर नहीं होती कार्यवाही
साल में कभी-कभी कुछ गाड़ियों पर कार्यवाही कर की जा रही खानापूर्ति
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिले में अवैध खनन सहित अवैध परिवहन का कार्य राजनीतिक संरक्षण में निरंतर जारी है लेकिन खनिज विभाग के द्वारा कुछ गाड़ियों पर कार्यवाही कर खानापूर्ति कर दी जाती है और कार्यवाही के नाम पर वाहवाही लूटने का काम होता है। ज्ञात हो कि बीते दिनों खनिज माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए खनिज विभाग ने अवैध परिवहन और रॉयल्टी चोरी के खिलाफ कार्रवाई की है।
शिकायत बाद कलेक्टर के निर्देश पर हुई कार्रवाई
मामले में शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग की टीम ने चार अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर हाइवा क्र.सीजी 08 बीबी 8938 मालिक घनश्याम वर्मा और हाइवा क्र. सीजी 03 एफ 5131 मालिक विजय दुबे सहित तेंदूभाठा-दनिया मोड़ पर चूना-पत्थर भरकर ले जा रहे हाइवा क्र.सीजी 07 बीजे 3124 मालिक पूरन पांडेय व उदयपुर में लाल ईंट से भरा ट्रैक्टर मालिक जितेंद्र चक्रधारी तथा हाइवा क्र.सीजी 07 एफ 9552 पर अवैध परिवहन को लेकर कार्यवाही कर वाहवाही लूटने में लगे हैं। एक ओर खनिज अधिकारियों का कहना है कि जिले में अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण को रोकने के लिए खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम 1957 के तहत सख्त प्रावधान किया गया है और धारा 4(1) व 4(1क) के तहत कोई भी व्यक्ति बिना वैध अनुमति के खनिजों का उत्खनन, परिवहन या भंडारण करता है तो कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही जाती है परंतु इन्हीं गाड़ियों से सालभर बिना किसी नियमों का पालन किये अवैध परिवहन किया जाता है परंतु इन पर कार्यवाही नहीं की जाती, कार्यवाही होती भी है तो खानापूर्ति कर छोड़ दिया जाता है। ऐसे में अपनी छवि को साफ-सुथरी बनाये रखने तथा वाहवाही लूटने के लिये कुछ गाड़ियों पर कार्यवाही करने वाले खनिज विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल भी उठता है। खनिज विभाग का कहना है कि अवैध खनन और परिवहन पर नियंत्रण के लिए लगातार निगरानी रखी जायेगी लेकिन इन्हीं अधिकारियों के सामने से सालभर अवैध परिवहन किया जाता है लेकिन उन पर कार्यवाही नहीं की जाती। खासकर बारिश के दिनों में अवैध खननकर्ताओं के द्वारा खनन कार्य में प्रतिबंध होने के बाद भी रेत सहित अन्य मटेरियल का परिवहन किया जाता है। इन पर कार्यवाही की बात होती है तो शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जायेगी कहकर पल्ला झाड़ लिया जाता है।