संगीत नगरी में दो साल बाद मना दशहरा उत्सव, बारिश के बाद भी नागरिकों में दिखा उत्साह
ईतवारी बाजार में 55 फ़ीट ऊंचे रावण का किया गया वध
विधायक, पालिका अध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधि हुये शामिल
खैरागढ़. नगर दशहरा उत्सव समिति व नगर पालिका के संयोजन में दो साल बाद विजयदशमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. ईतवारी बाजार में निर्मित 55 फीट ऊँचे रावण का वध आतिशबाजी के साथ रात तकरीबन 12 बजे किया गया. जानकारी अनुसार बुधवार 5 अक्टूबर को विजयदशमी पर्व पर रात 8 बजे शोभायात्रा बांके बिहारी मंदिर प्रांगण से माँ दुर्गा की प्रतिमा के साथ निकाली गई. आकर्षक घोड़ा-बग्घी के साथ निकली शोभायात्रा में विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा सहित पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा व परिषद् के सदस्य मौजूद रहे. यात्रा बाजे-गाजे के साथ सर्वप्रथम मां दंतेश्वरी मंदिर परिसर जहां माँ दंतेश्वरी की विधिवत पूजा अर्चना पश्चात् जुलूस अस्पताल चौक, मस्जिद चौक, गोल बाजार, बख्शी मार्ग व ईतवारी बाजार से मुख्य मार्ग होते हुये रावणभाठा मैदान पहुंची. इस दौरान राउत नाचा, पंथी नृत्य, धुमाल पार्टी व डीजे की धुन के साथ नगरवासी भी रावण दहन देखने ईतवारी बाजार पहुंचे. रात्रि तकऱीबन 12 बजे 55 फ़ीट ऊँचे रावण का दहन आतिशबाजी के साथ किया गया. इस दौरान विधायक यशोदा वर्मा सहित नपा अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा, उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान सहित पालिका के जनप्रतिनिधि व अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.
लंबे अंतराल के बाद दशहरे में दिखा उत्साह
लंबे अंतराल के बाद दशहरा उत्सव को लेकर क्षेत्र के नागरिकों में उत्साह देखने को मिला. बारिश के बाद भी इस वर्ष दशहरा उत्सव में लगने वाले बाजार में लोगों की भीड़ देखने को मिली, देर रात तक बाजार में नागरिकों की भीड़ बरकरार रही जहां लोग उत्साह के साथ बाजार में खरीददारी करते नजर आये. बड़ी संख्या में दशहरा पर्व मनाने पहुंचे लोग रावण दहन होने तक रूके रहे. दो साल बाद भव्य रूप से आतिशबाजी के साथ हुये रावण दहन को देखने भी सैकड़ों की संख्या में नागरिक मौजूद रहे. दशहरा की खुशी लोगों में दूसरे दिन भी देखने को मिली. दूसरे दिन सुबह से बाजार में खरीददारी करने पहुंचे रहे और दिनभर बाजार में भीड़ बरकरार रही.
एक वर्षीय शोक के कारण फतेह मैदान में नहीं हुआ रावण दहन
एक वर्षीय शोक के कारण इस वर्ष फतेह मैदान में रावण का दहन नहीं किया गया. गौरतलब है कि राजा देवव्रत सिंह के निधन के कारण इस वर्ष राजपरिवार के द्वारा दशहरा उत्सव का पर्व नहीं मनाया गया. बीते साल ठीक दीवाली के दिन विधायक रहते देवव्रत सिंह के निधन के चलते इस वर्ष राजपरिवार की शोभा यात्रा भी नहीं निकाली गई और न ही फतेह मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम किया गया. इस वर्ष फतेह मैदान में नगर पालिका द्वारा लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ी रही और अलसुबह तक लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाते रहे.