गले में सूखा चना अटकने से डेढ़ वर्षीय मासूम की मौत

खेल-खेल में कोठार में सूख रहे चने को मासूम ने गटका और हो गया दर्दनाक हादसा
परिजनों की लापरवाही बनी मासूम की मौत का कारण
अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था मृत बालक
मामला खैरागढ़ की सीमा से लगे ग्राम अकरजन का

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिला मुख्यालय खैरागढ़ की सीमा से लगे ग्राम अकरजन में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है, यहां डेढ़ वर्षीय मासूम के गले में सूखा चना अटकने के कारण उसकी मौत हो गई है। जानकारी अनुसार शनिवार 19 अक्टूबर को डेढ़ वर्षीय बालक भावेश बघेल के पिता देवव्रत बघेल व माता लिलका बाई बघेल दोनों उसे घर में छोड़कर खेतों में काम करने चले गये थे। लगभग 10 बजे के आसपास डेढ़ वर्षीय बालक भावेश खेलते हुये घर के कोठार में पहुंचा जहां उसके माता-पिता ने खेत से प्राप्त चना फसल को सूखने के लिये रखा था। इस दौरान मासूम बालक ने खेल-खेल में सूख रहे चने के दानों को खा (गटक) लिया। बताया जा रहा है कि चने के कुछ सूखे दाने बालक के गले में ही अटक गये और गले में चना अटकने के कारण उसका दम घुटने लगा और वह मौके पर ही बेहोश हो गया। पड़ोसियों के द्वारा बच्चे को अचेत अवस्था में पड़ा देख खेत में काम करने गये उसके माता-पिता को इसकी जानकारी दी जिसके बाद बच्चे के माता-पिता फौरन घर पहुंचे और सुबह तकरीबन 10ः30 बजे आनन-फानन में बेहोश बच्चे को सिविल अस्पताल खैरागढ़ लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अपने एकलौते पुत्र की मौत की खबर के बाद उसकी माता लिलका बाई और पिता देवव्रत सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मासूम की मौत की खबर सुनकर उसकी माता अचेत हो गई। इस घटना के बाद ग्राम अकरजन में शोक का माहौल है। मृत मासूम बालक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया जिसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से मासूम का अंतिम संस्कार किया है।
गले में चने के दाने फंस जाने के कारण डेढ़ वर्षीय बालक की मौत हो गई है। बालक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया है। बालक के पेट से तीन चने के दाने मिले हैं।
डॉ.विवेक बिसेन, बीएमओ सिविल अस्पताल खैरागढ़