जर्जर हुआ मुतेड़ा-नवागांव का आँगनबाड़ी भवन, व्यवसायिक परिसर में पढ़ाई कर रहे बच्चें

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. खैरागढ़ ब्लॉक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मुतेड़ा सहित आश्रित ग्राम नवागांव का आंगनबाड़ी भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है, भवन का जीर्णोद्धार नहीं होने के कारण बच्चें सामुदायिक भवन में पढऩे को मजबूर हैं. जानकारी अनुसार ग्राम मुतेड़ा का आंगनबाड़ी केंद्र क्र.01 तथा आश्रित ग्राम नवागांव कला का आंगनबाड़ी भवन जर्जर स्थिति में है जिसके चलते विगत दो सालों से मुतेड़ा आंगनबाड़ी केंद्र 01 को व्यावसायिक परिसर के एक कमरे में लगाया जा रहा है वहीं नवागांव कला का आंगनबाड़ी सामुदायिक भवन में लगाया जा रहा है. बता दे कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शिक्षा के प्रति अधिकारियों को लगातार यह निर्देश दिया जा रहा है कि आंगनबाड़ी भवन सहित स्कूल भवन का संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को मॉनिटरिंग किया जाना है लेकिन अधिकारियों के सुस्त रवैय्ये के चलते आंगनबाड़ी भवन जर्जर होता जा रहा है जिसका जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है.
अधिकारियों के द्वारा मरम्मत कराने योग्य आंगनबाड़ी भवनों की जानकारी उच्च अधिकारियों को नहीं दिया जाता जिसके चलते भवनों की स्थिति बदतर होती जा रही है और मजबूर होकर देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चें व्यवसायिक परिसर में अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. गौरतलब है कि ग्राम पंचायत मुतेड़ा के द्वारा ब्लॉक स्तर से जिला कार्यालय में पत्र व्यवहार कर दोनों जर्जर आंगनबाड़ी भवनों की जानकारी देते हुए मरम्मत के लिए राशि की मांग की गई है लेकिन इस ओर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मामले को लेकर ग्राम पंचायत मुतेड़ा के सरपंच सतीश साहू ने बताया कि दोनों जगह के जर्जर आंगनबाड़ी भवन के मरम्मत के लिये बीते दो साल से जिला कार्यालय में आवेदन दिया जा रहा है साथ ही जनपद पंचायत खैरागढ़ के द्वारा आंगनबाड़ी भवन मरम्मत के लिये तकनीकी प्राक्कलन भी जिला कार्यालय भेजा जा चुका है लेकिन अभी तक मरम्मत के लिये प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिलने से बच्चों को दूसरी जगह बैठाया जा रहा है. आंगनबाड़ी भवन का जीर्णोद्धार नहीं होने से नौनिहालों को पढ़ाई करने में परेशानी उत्पन्न होती है, जो सुविधा बच्चों को आंगनबाड़ी में मिलता है वह व्यवसायिक परिसर या सामुदायिक भवन में नहीं मिल पायेगा.