खैरागढ़ विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने सांसद पांडे ने संसद में उठाई आवाज

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। राजनांदगांव लोकसभा सांसद संतोष पांडे ने गुरुवार को संसद में खैरागढ़ स्थित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान करने की पुरजोर मांग उठाई। उन्होंने कहा कि यह संस्थान केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश और विश्व की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रमुख केंद्र है जिसे उसके गौरव के अनुरूप मान्यता मिलनी चाहिए। सांसद ने सदन में कहा कि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय एशिया का पहला पूर्णतः संगीत और ललित कलाओं को समर्पित विश्वविद्यालय है, जहां कथक, भरतनाट्यम, लोक संगीत, वाद्य-कला सहित संगीत, कला एवं ललित कला के अनेक विधाओं की उच्चस्तरीय शिक्षा दी जाती है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में विद्यार्थी यहाँ अध्ययन के लिए आते हैं जिससे इसकी अंतरराष्ट्रीय पहचान स्थापित हुई है। श्री पांडे ने बताया कि वर्ष 1956 में स्थापित यह विश्वविद्यालय शास्त्रीय एवं लोक कलाओं की विरासत को संरक्षित और समृद्ध करने में निरंतर अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने पीठासीन अध्यक्ष के माध्यम से केंद्र सरकार से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देकर कला-संगीत शिक्षा के इस गौरवशाली केंद्र को राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूती प्रदान की जाए। सांसद श्री की इस पहल को लेकर प्रदेश के सांस्कृतिक और शैक्षणिक जगत में सकारात्मक चर्चा शुरू हो गई है। गौरतलब है कि यदि केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलता है तो खैरागढ़ अंतरराष्ट्रीय कला-शिक्षा मानचित्र पर और अधिक प्रभावशाली तरीके से उभरेगा तथा अनुसंधान, संसाधन और वैश्विक सहयोग के अवसर भी बढ़ेंगे।

Exit mobile version