खैरागढ़ में हाई मास्क लाइट बनी सफेद हाथी, 19 लाख की परियोजना 15 दिन में ठप

गणेश उत्सव के बीच शहर अंधेरे में
समस्या को लेकर कांग्रेस के मिशन संडे ने उठाई आवाज

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। नगर के प्रमुख मार्गों और धार्मिक स्थलों को रोशन करने के उद्देश्य से 19 लाख रुपये की लागत से लगाई गई हाई मास्क लाइटें मात्र 15 दिन में ही बंद हो गईं। नतीजतन शहर अंधेरे में डूब गया है और नागरिक सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। रविवार देर रात मिशन संडे टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में दाऊचौरा, कलेक्टर ऑफिस, जयस्तंभ चौक, दंतेश्वरी मंदिर, कुशियारी चौक, राजफैमिली चौक, शीतला मंदिर, ठाकुरपारा समेत कई वार्डों की लाइटें बंद पाई गई। टीम के संयोजक मनराखन देवांगन ने नगर पालिका प्रशासन पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि जहां लाइट लगी है वहीं बंद है। यह महज तकनीकी खराबी नहीं बल्कि जनता को असुरक्षित छोड़ने की साजिश है।
मिशन ठेकेदार और पालिका अध्यक्ष पर गंभीर आरोप
मामले को लेकर श्री देवांगन ने आरोप लगाया कि हाई मास्क लाइट लगाने का ठेका पालिका अध्यक्ष गिरिजा चंद्राकर के भतीजे अमित चंद्राकर को दिया गया जिनका नाम पूर्व में नाली निर्माण घोटाले में भी जुड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष और उनके परिजन मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और जनता के अधिकारों का हनन कर रहे हैं।
गणेश उत्सव में अंधेरे से बढ़ी चिंता
शहर में गणेश उत्सव के बीच जगह-जगह स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमाओं के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं, खासकर महिलाओं और बच्चों को अंधेरे में निकलने की मजबूरी का सामना करना पड़ रहा है। इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने के साथ ही अपराधों की आशंका भी बढ़ गई है। मिशन संडे के निरीक्षण के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ.अरुण भारद्वाज, दीपक देवांगन, रविंद्र गहेरवार, महेश यादव समेत कई सदस्य मौजूद रहे। मामले में देवांगन ने प्रशासन को एक माह का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि यदि लाइट व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मिशन संडे आंदोलन की राह पर उतरेगा।
“लाइटों की खराबी की शिकायत मिलने के बाद संबंधित ठेकेदार और विद्युत प्रभारी को सुधार कार्य के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सभी लाइटें चालू कर दी जाएंगी।”
मनोज शुक्ला, प्रभारी सीएमओ नगर पालिका परिषद खैरागढ़