
वायरल को लेकर लक्षण और बचाव के उपाय जानना जरुरी
खैरागढ़. मौसम बदलने के साथ जिले में वायरल फीवर का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। जिला मुख्यालय खैरागढ़ सहित ब्लॉक के लगभग सभी गांव में वायरल फीवर की इन दिनों जबरदस्त दस्तक है जिसके कारण खैरागढ़ जिले के एकलौते सिविल अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि इस बार ठंड के साथ तेज बुखार की चपेट में लोग आ रहे हैं। आमतौर पर चार से पांच दिनों में ठीक होने वाला वायरल फीवर सात से दस दिनों तक चल रहा है।
सिविल अस्पताल के ओपीडी में वायरल फीवर के मरीजों की भारी भीड़
सिविल अस्पताल के ओपीडी में बड़ी संख्या में वायरल फीवर के मरीज पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों की माने तो इनमें सबसे अधिक मरीज मौसमी बीमारी के हैं। यहाँ पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ.पंकज वैष्णव ने बताया कि सबसे अधिक मामले वायरल फीवर के ही हैं उन्होंने बताया कि वायरल फीवर ठीक होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग रहा है। गंभीर मरीजों को भर्ती भी करना पड़ रहा है। मौसम बदलने के साथ वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है। खासतौर पर यात्रा करके आने वाले लोगों में इसकी शिकायत ज्यादा है। इस बार वायरल संक्रमण में ठंड लेकर तेज बुखार आ रहा है और पांच से सात दिन में मरीज ठीक नहीं हो रहे हैं। पीड़ित होने पर उन्होंने योग्य चिकित्सक की सलाह से पैरासीटामोल, एंटी एलर्जिक दवा के साथ भाप लेने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि बुखार ठीक होने के बाद खांसी की समस्या बनी रह सकती है। चार से पांच दिन बाद बुखार खत्म नहीं होने पर जांच कराना आवश्यक है। सिविल अस्पताल वायरल फीवर के मरीजों से भरा पड़ा है। वायरस के साथ ही सामान्य बुखार, उल्टी, दस्त डायरिया से पीड़ित मरीज भी बड़ी संख्या में यहां उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
बुखार और सर्दी जुकाम में पैरासीटामोल टैबलेट ले सकते हैं। दो से तीन दिन बाद बुखार ठीक न होने पर डॉक्टर से मिलें सुबह और शाम दो समय में भाप लेना भी उपयोगी रहेगा। तरल पेय पदार्थ का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें और फास्ट फूड तथा आइसक्रीम के सेवन से बचने की कोशिश करें। पानी उबलकर पीये।
डॉ.पंकज वैष्णव
मेडिकल ऑफिसर, सिविल अस्पताल खैरागढ़