
साथी जवान को थप्पड़ मारने की नाराजगी बनी हत्या की वजह
साथी जवान ने ही इंसास राइफल से मारी गोली

घटना के बाद घाघरा के 17वीं बटालियन में मचा हड़कंप
गहरी नींद में सो रहे जवान पर देर रात हुई फायरिंग

इंसास राइफल से चेहरे पर लगी घातक गोली से गई जवान की जान
आरोपी जवान को किया गया गिरफ्तार, पुलिस जांच में जुटी
सुरक्षा बलों में तनाव प्रबंधन पर उठ रहे सवाल
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। खैरागढ़ जिले अंतर्गत मध्य प्रदेश की सीमा से लगे घाघरा गांव स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) की 17वीं बटालियन के कैंप में रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। कैंप के भीतर ही एक जवान ने अपने ही साथी जवान की गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात ने पूरे कैंप में रविवार की देर रात दहशत फैला दी वहीं दूसरी ओर सुरक्षा बलों के भीतर अनुशासन, आपसी समन्वय और मानसिक संतुलन को लेकर भी घटना ने गंभीर सवाल खड़े किये है।
मृत जवान उत्तर प्रदेश के पिसावा गांव का रहने वाला, पुलिस जांच में जुटी
पुलिस एवं प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक जवान की पहचान सोमवीर सिंह उर्फ सोनवीर जाट के रूप में हुई है जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के मीरपुर थाना पिसावा का निवासी था। सोनवीर सीएएफ की 17वीं बटालियन में पदस्थ था और वर्तमान में घाघरा कैंप में तैनात था। घटना की सूचना 21 तारीख की रात गातापार थाना पुलिस को मिली जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और कैंप परिसर को सुरक्षित कर जांच प्रारंभ की गई।

मामूली विवाद के बाद थप्पड़ कांड बना हत्या का कारण
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या का आरोपी आरक्षक अरविंद गौतम (32 वर्ष) पिता भिखारी प्रसाद निवासी हाजीपुर आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का है जो मृतक के साथ ही उसी कैंप में पदस्थ था। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच पहले अच्छे संबंध थे लेकिन घटना वाले दिन शाम के समय किसी मामूली बात को लेकर विवाद हो गया। पुलिस जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि शाम करीब 7:30 बजे मृतक जवान द्वारा आरोपी को थप्पड़ मारे जाने की घटना हुई थी। इसी अपमानजनक घटना ने आरोपी के मन में गहरी नाराजगी और आक्रोश भर दिया जो आगे चलकर एक खौफनाक वारदात में तब्दील हो गया।
देर रात 12:00 हुई फायरिंग की घटना
पुलिस के अनुसार आरोपी जवान उस रात पेट्रोलिंग ड्यूटी पर था। इसी दौरान देर रात करीब 12 बजे उसने अपनी इंसास राइफल से एक राउंड फायर किया। गोली पहले सोनवीर के हाथ को चीरती हुई सीधे उसके चेहरे में जा लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गोली चलने की आवाज से पूरे कैंप में अफरा-तफरी मच गई। साथी जवानों ने पहले तो आरोपी जवान से उसकी राइफल छीनी और उसे अभिरक्षा में लेकर आनन-फानन में घायल सोनवीर को खैरागढ़ सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृत जवान का शव गृह ग्राम उत्तर प्रदेश रवाना
घटना के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया और मर्ग कायम किया है। आरोपी जवान को तत्काल गिरफ्तार कर मृत जवान के शव को गृह ग्राम उत्तर प्रदेश रवाना किया गया है। मामले में हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विस्तृत विवेचना की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार गौतम ने बताया कि घटना में प्रयुक्त हथियार, ड्यूटी रजिस्टर, पेट्रोलिंग रिकॉर्ड और अन्य भौतिक साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। किसी भी स्तर पर लापरवाही या चूक सामने आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना सुरक्षा बलों के भीतर बढ़ते मानसिक दबाव, तनाव प्रबंधन की कमी और आंतरिक अनुशासन को लेकर गंभीर चिंता पैदा करती है। जिस प्रकार एक मामूली विवाद और थप्पड़ की घटना ने एक प्रशिक्षित जवान को हत्या जैसे अपराध की ओर धकेल दिया वह बलों में मनोवैज्ञानिक निगरानी और काउंसलिंग की आवश्यकता को उजागर कर रहा है।
जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जिम्मेदारी किन स्तरों तक तय होगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या ठोस सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।