
उर्वरक नियंत्रण आदेश की धज्जियां उड़ाने पर विक्रय प्रतिबंध
कृषि विभाग ने जप्त की सामग्रियां
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। रबी सीजन 2025-26 की शुरुआत के साथ ही किसानों को ठगने की कोशिश कर रहे खाद-बीज विक्रेताओं पर कृषि विभाग ने करारा प्रहार किया है। उर्वरक नियंत्रण आदेश का खुला उल्लंघन करने वाले चार कृषि केन्द्रों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से विक्रय पर रोक लगाई और मौके से सामग्री जप्त कर ली है। इस कार्रवाई से जिले के अवैध और लापरवाह विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद, बीज एवं कीटनाशक समय पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में कृषि विभाग द्वारा सतत निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 24 दिसंबर 2025 को उप संचालक कृषि के निर्देश पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में औचक छापेमारी की गई। छापे के दौरान खैरागढ़ विकासखंड अंतर्गत संचालित मौर्या कृषि केन्द्र दाउचौरा, सागर कृषि केन्द्र पिपलाकछार, विकास कृषि केन्द्र गाड़ाघाट एवं जानवी कृषि केन्द्र गाड़ाघाट में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं। जांच में सामने आया कि इन केन्द्रों में स्कंध पंजी का संधारण नहीं किया गया था वहीं स्रोत प्रमाण पत्र अनुपस्थित पाए गए। साथ ही मूल्य सूची प्रदर्शित नहीं थी तथा कैश व क्रेडिट मेमो का भी संधारण नहीं किया गया। इन गंभीर खामियों को उर्वरक नियंत्रण आदेश का स्पष्ट उल्लंघन मानते हुए चारों कृषि केन्द्रों के विरुद्ध विक्रय प्रतिबंध लगाया गया तथा सामग्री जब्त कर ली गई। इसके साथ ही संबंधित संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। यह कार्रवाई उप संचालक कृषि श्री सोलंकी के मार्गदर्शन में अनुविभागीय कृषि अधिकारी वीरेंद्र डहरिया एवं सहायक संचालक कृषि लुकमान साहू की संयुक्त टीम द्वारा की गई। कृषि विभाग ने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा है कि किसानों के हितों से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियमों की अनदेखी करने वाले विक्रय केन्द्रों के खिलाफ आगे भी इसी तरह सख्त और निर्णायक कार्रवाई जारी रहेगी। इस कार्रवाई को लेकर जिले भर के कृषि विक्रेताओं में खलबली मची हुई है वहीं किसान वर्ग ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया है।