खरीफ सीजन में कृषि विभाग की सख्ती, आठ उर्वरक विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. खरीफ सीजन की शुरुआत के साथ ही जिले में कृषकों को गुणवत्तापूर्ण बीज, उर्वरक और कीटनाशक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा सतत निरीक्षण की कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर के निर्देश पर गठित जिला स्तरीय निरीक्षण दल ने खैरागढ़, छुईखदान और गंडई क्षेत्र के विभिन्न निजी व सहकारी कृषि विक्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खैरागढ़ विकासखंड के पेंड्रीकला, धरगपुरा, ठेलकाडीह, विचारपुर तथा छुईखदान विकासखंड के छुईखदान, नर्मदा और गंडई स्थित विक्रय केन्द्रों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इनमें स्टॉक पंजी का संधारण न होना स्रोत प्रमाण पत्र की अनुपस्थिति मूल्य सूची का प्रदर्शन न होना तथा कैश, क्रेडिट मेमो का रिकॉर्ड न होना प्रमुख रूप से शामिल हैं। इस पर आठ कृषि विक्रेताओं को उर्वरक नियंत्रण आदेश अधिनियम 1985 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिला स्तरीय निरीक्षण दल में उप संचालक कृषि राजकुमार सोलंकी, अनुविभागीय कृषि अधिकारी एवं उर्वरक निरीक्षक विरेन्द्र डहरिया तथा तेजराम वर्मा (बीटीएम) ने खैरागढ़ विकासखंड में जांच की वहीं छुईखदान विकासखंड में सहायक संचालक कृषि लुकमान साहू, लिखेश्वर तिवारी एवं यशपाल वर्मा (ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी) ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त डबल लॉक केन्द्र पचपेड़ी का भी निरीक्षण किया गया। उप संचालक कृषि ने केन्द्र प्रभारी को निर्देश दिये कि समितियों द्वारा जारी डीडी के आधार पर उर्वरकों का तत्काल भंडारण किया जाये, ताकि किसानों को समय पर उर्वरक मिल सके। कृषि विभाग की इस कार्रवाई का उद्देश्य किसानों को गुणवत्तापूर्ण कृषि सामग्री उपलब्ध कराना तथा अनियमित गतिविधियों पर रोक लगाना है। विभाग ने आगे भी ऐसी कार्यवाहियां सतत रूप से जारी रखने की बात कही है।