सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक व संसदीय सचिव कोमल जंघेल ने धान खरीदी को लेकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार पर किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाया है. प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पूर्व विधायक श्री जंघेल ने कहा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने घोषणा की था कि किसानों के धान की खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ करेंगे लेकिन प्रदेश सरकार ने बिना किसी तैयारी के अव्यवस्थित तरीके से धान खरीदी प्रारंभ कर दी है जिसके चलते आज किसान परेशान हो रहे हैं. वर्तमान स्थिति यह है कि धान खरीदी केन्द्रों में किसानों को टोकन नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते किसान समय पर अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं.
किसान 1 नवंबर से समितियों में समर्थन मूल्य पर धान बेचने पूरी तैयारी कर चुके हैं. हरहुना वैरायटी का धान कट चुका है और अन्य वैरायटी के धानों की कटाई तेजी से की जा रही है. इस बीच प्रदेश सरकार के द्वारा बिना किसी तैयारी धान खरीदी करने निर्देश जारी कर दी गई है. समिति प्रबंधक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है और आपरेटरों को खरीदी केन्द्र का प्रभारी बना दिया गया है जबकि ऑपरेटर धान खरीदी से संबंधित डाटा एंट्री करने में पहले से व्यस्त रहते हैं ऐसे में उन्हें धान खरीदी करने में अधिक कठिनाई होगी. कोमल जंघेल ने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुये आगे कहा कि सिर्फ यह कह देना कि हम 1 नवंबर से किसानों का धान खरीदेंगे यह मात्र दिखावा साबित हो रहा है. कहने और करने में बहुत अंतर होता है लेकिन कांग्रेस सरकार केवल कहती है करती कुछ नहीं है.
पिछले साल बारदाने के लिये किसानों को परेशान किया गया था और इस वर्ष किसानों को टोकन के लिये भटकना पड़ रहा है. सरकार धान खरीदी में कोई न कोई अड़चन पैदा कर किसनों को परेशानी में डाल रही है. बिना योजना बनाये, बिना व्यवस्था किये धान खरीदी करने का निर्णय किसानों के साथ छल करने जैसा है. कोमल जंघेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि तत्काल सभी सहकारी समितियों में व्यवस्था दुरस्त करे, समिति प्रबंधकों की मांग को जल्द पूरी करे, समितियों की साफ-सफाई कर किसानों को जल्द टोकन प्रदान करने निर्देश जारी करे ताकि धान खरीदी सुचारु रूप से संचलित हो सके और किसान भाई अपनी फसल समय पर बेच सके.