40 लाख से अधिक की राशि का हुआ हैं फर्जीवाड़ा
वनांचल के भोले-भाले ग्रामीणों को बनाया जा रहा था ठगी का शिकार
लाखों की ठगी मामले में दस साल बाद हुआ खुलासा
एसपी त्रिलोक बंसल के निर्देश पर हुई कार्रवाई
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. वनांचल के भोले-भाले किसानों से केसीसी (कृषि) लोन के नाम पर लाखों रुपए के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जिले के नवपदस्थ एसपी त्रिलोक बंसल की अगुवाई में किसानों को ठगी का शिकार बनाने वाले गिरोह का भांडाफोड़ हुआ है. किसानों से धोखाधड़ी के इस पूरे मामले को लेकर एसपी त्रिलोक बंसल ने पत्र वार्ता आयोजित कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जानकारी दी. जिले के मोहगांव थाना क्षेत्र में किसानों के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर 40 लाख रूपयो से उपर की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं. एसपी श्री बंसल ने बताया कि 2013 से 2019 तक मोहगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले दर्जनभर गांव के किसानों को पैलीमेटा निवासी ललित पिता बंशीलाल शर्मा 38 साल, बेंगरी निवासी जीवनलाल पिता पहलवान गोड़ 37 साल और एक अन्य आरोपी पांडादाह निवासी निखिल पिता बाबूलाल श्रीवास्तव जिसकी कोरोना काल के दौरान मौत हो गई है. तीनो ने एसबीआई के गंडई ब्रांच मे कार्यरत तत्कालीन मैनेजर अरविंद कुमार देवांगन और अन्य कर्मचारियो से मिलीभगत कर किसानों के नाम से फर्जी लोन प्रकरण तैयार कराते थे और बिना किसान की जानकारी के केसीसी लोन के रूपये निकालकर आपस में बांट लेते थे. किसानों को इस धोखाधड़ी की खबर तब लगी जब उनके पास लोन जमा करने बैंक का नोटिस आया. एसपी त्रिलोक बंसल ने बताया कि पदस्थापना के बाद मोहगांव थाना निरीक्षण के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि इलाके के किसानो के साथ धोखाधड़ी हुई है जिसके बाद उनके निर्देश पर मोहगांव थाना पुलिस ने तत्परता से कारवाई करते हुए पूरे प्रकरण की छानबीन की और मुख्य सरगना सहित एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिसिया कार्रवाई के डर से फरार हुआ बैंक मैनेजर
पूरे मामले में संलिप्त स्टेट बैंक का शाखा प्रबंधक घटना की जानकारी होने के बाद से ही फरार हो गया हैं. एसबीआई के अलावा पीएनबी से भी सांठगांठ
मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि बेंगरी निवासी सियाराम गोड़ ने शिकायत की उसके बैंक खाते से 3 लाख 98 हजार रूपयो का ट्रांसफर किया गया है. तफ्तीश के दौरान पता चला कि तीनों आरोपियों ने उसके नाम से फर्जी कागजात तैयार कर उसका लोन पास कराया और अपने एक साथी बेंगरी निवासी जीवनलाल गोड़ के खाते मे ट्रांसफर कराया. इसी प्रकार बेलगांव के मनहरण मेरावी से 1 लाख 40 हजार, खैरा नवापारा के तिभल मेरावी से 4 लाख, दरबानटोला की लगनी बाई का फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाकर 2 लाख 80 हजार, लमरा के देवराम और देवकी निर्मलकर से फिक्स डिपाजिट कराने नगद रकम 5 लाख 20 हजार, लमरा के ही तोरन कंवर से 5 लाख, मानपुर के जेठू यादव से 4 लाख, पैलीमेटा के शांतिबाई से 1 लाख 70 हजार, दरबानटोला के आजूराम से 4 लाख, डूमरिया के बिरझूराम से 2 लाख 50 हजार, भंडारपुर के रोहित से 1 लाख 70 हजार और दरबानटोला के पूनाराम से 1 लाख 80 हजार रूपयो का एसबीआई गंडई से केसीसी लोन फर्जी ऋण पुस्तिका बनाकर निकालकर तीनों आरोपियों ने धोखाधड़ी की वहीं ग्राम लमरा के लतमार निर्मलकर के नाम पर आरोपियों ने एसबीआई के अलावा पीएनबी शाखा से 4 लाख का केसीसी लोन निकालकर धोखाधड़ी की हैं. मामले मे पुलिस ने 13 शिकायत आवेदनो पर कारवाई करते हुये अलग अलग धाराओ में 4 प्रकरण बनाया है.
राजधानी में रह रहा था गिरोह का मुख्य सरगना
दरबानटोला की महिला लगनी बाई की जमीन का कागजात हासिल कर आरोपियों ने उसकी जगह किसी अन्य महिला को बैंक मे फर्जीवोटर आईडी कार्ड बनाकर खड़ा किया और चार लाख रूपए आपस मे बांट लिये इसके अलावा कई मामलो में तो आरोपियो ने भूस्वामी की जगह अन्य व्यक्ति को बैंक में खड़ा कर लोन स्वीकृत कराया और आपस में बंदर बाट करने रुपए निकाले. मामले की जानकारी किसानों को उस समय हुई जब बैंक से उनके पास केसीसीे लोन की राशि अदा करने नोटिस पहुंचा. प्रकरण का मुख्य सरगना ललित शर्मा किसानो के थाने पहुँचने की जानकारी के बाद से ही पैलीमेटा का घर छोडक़र राजधानी के कबीर नगर मे ही रहने लगा था जबकि एक अन्य आरोपी निखिल श्रीवास्तव (बेंद्रीडीह खैरागढ़) की कोरोना काल के दौरान मौत हो गई है.