कारगिल विजय दिवस पर पॉलिटेक्निक खैरागढ़ में देशभक्ति की गूंज

शिक्षकों से ही छात्रों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
एनएसएस स्वयंसेवकों ने किया आयोजन
शहीद निकेश यादव को याद कर नम हुईं आंखें
देशभक्ति गीतों और भाषणों से गूंजा परिसर
सत्य मेव न्यूज: खैरागढ़. शासकीय पॉलिटेक्निक खैरागढ़ में बुधवार को कारगिल विजय दिवस बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देशभक्ति का अद्भुत माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए वीर सपूत निकेश यादव के पिता पुरुषोत्तम यादव के करकमलों से भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर पर दीप प्रज्वलन कर की गई। महिला इकाई की कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा कुजूर ने कारगिल युद्ध की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम एवं बलिदान की गौरवगाथा को साझा करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध भारतीय सैन्य इतिहास में शौर्य की अमिट गाथा है, जिसे सदैव स्मरण किया जाएगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भूतपूर्व सैनिक चूड़ामन लाल साहू ने अपने सैन्य अनुभवों को साझा करते हुए विद्यार्थियों को मातृभूमि की सेवा को सर्वोच्च धर्म मानने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि सेना का अनुशासन और समर्पण जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन का कार्य करता है। कार्यक्रम अधिकारी बलवंत सिंह कोर्राम ने खैरागढ़ के अमर शहीद निकेश यादव की वीरगाथा और बलिदान पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि निकेश यादव जैसे वीरों के कारण ही आज हम सुरक्षित और स्वाभिमान के साथ जी रहे हैं।
छात्रों की प्रस्तुतियों ने बांधा समां
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीतों का भावपूर्ण गायन, कारगिल युद्ध पर आधारित ओजस्वी भाषण और डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से भारतीय सैनिकों के पराक्रम और बलिदान को मंच पर जीवंत किया। डॉक्यूमेंट्री में दर्शाए गए कारगिल युद्ध के दृश्य और वीर जवानों की कहानियों ने सभी को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य एस.बी. वराठे के मार्गदर्शन में सुलेखा कुजूर और बलवंत सिंह कोर्राम द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इस अवसर पर संस्था के शिक्षकगण जनक कुमार, महेश देवांगन, मन्नू कुमार नायक, संतोष सत्यवंशी, डॉ.स्वाति टीकम, रोशनी ताम्रकार, अंशु प्रीति कुजूर और प्रकाशचंद खरे सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। यह आयोजन न केवल शहीदों के प्रति श्रद्धा अर्पित करने का माध्यम बना बल्कि युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और कर्तव्यबोध को भी जाग्रत करने का सशक्त मंच साबित हुआ।