कलेक्टर, एसपी सहित डीएफओ ने वाटरशेड प्रबंधन के विकास कार्यों का किया निरीक्षण
सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने लिया कार्यों का जायजा
कलेक्टर ने वन विभाग द्वारा भू-जल संरक्षण के लिये हो रहे बेहतर कार्य की प्रशंसा की
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. जिले के वन परिक्षेत्र खैरागढ़ अंतर्गत सुदूर वनांचल में स्थित ग्राम मलैदा के आरक्षित वन कक्ष क्रमांक आरएफ 262 में वाटरशेड मैनेजमेंट कार्यवृत्त अंतर्गत निर्मित मृदा एवं नमी संरक्षण विकास कार्य का कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल और वनमंडलाधिकारी आलोक तिवारी ने जंगल के बीच पैदल चलकर कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान वनमण्डलाधिकारी श्री तिवारी ने बताया कि यहां कुल 267 हेक्टेयर क्षेत्र को 5 भागों में विभाजित कर चोटी से घाटी (रिज टू वैली) दृष्टिकोण अवधारणा से मृदा एवं नमी संरक्षण कार्य कराया गया है। इसके अंर्तगत स्थल की उपयुक्तता को देखते हुये निर्मित विभिन्न संरचनाओं जैसे डब्ल्यूएटी (जल अवशोषण टैंक), सीसीटी (निरंतर समोच्च खाइयां), एससीटी (स्टेपर्ड समोच्च खाइयां), समोच्च पत्थर बांध, नालों में निर्मित संरचना जैसे बोल्डर चेक डेम, गुल्ली प्लग, ब्रशवुड चेकडेम, सेप्टा आदि है। उन्होंने बताया कि जिले में इस प्रकार के कुल 33 कूपों में वाटरशेड मैनेजमैंट का कार्य कराया गया है| चोटी से घाटी (रिज टू वैली) परिकल्पना के अनुसार, पानी की एक-एक बूंद को सहेजना होता है। इसमें पानी के बहाव को ध्यान में रखकर उसे संरक्षित करने की तैयारी की जाती है। वाटरशेड मैनेजमैंट वर्क में जीआइएस और सिविल इंजीनियरिंग के सिद्धांतों व तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। भूमि और जल प्राकृतिक संसाधन हैं जो जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक बुनियादी संसाधन हैं और ये दो महत्वपूर्ण कारक हैं जिनके लिए उचित प्रबंधन जीवन की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए सबसे आवश्यक है| इसके प्रबंधन से भूमि में उर्वरता और अधिक समय तक नमी बनी रहेगी तथा ग्राउंड वाटर लेवल में भी वृद्धि होगी साथ ही भूमि कटाव रुकेगा और जो वर्षा का जल बहकर नदी नालों के माध्यम से समुद्र में चले जाते थे उसे रोकने में कारगर सिद्ध होगा, पुनुरूत्पादन में भी वृद्धि होगी| साथ ही इस कार्य से वन क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल रहा है| साथ ही भू-जल संरक्षण कार्य से ग्राम मलैदा, सांकरी, लिमौटोला एवं गातापार क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा। कलेक्टर श्री वर्मा ने भू-जल संरक्षण के लिये हो रहे इस प्रकार के कार्य को बेहतर बताया तथा प्रशंसा व्यक्त की| उक्त कार्य के निरीक्षण के दौरान उप वनमण्डलाधिकारी मोना माहेश्वरी खैरागढ़ एवं सम्बन्धित समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।