एग्रीकल्चर के छात्रो ने कीटों से बचाव के लिए लाइट ट्रैप का किया प्रदर्शन
कीटों से बचाव के लिए नहीं करना होगा रासायनिक दवाईयों का छिड़काव
आधुनिक जानकारी मिलने से खुश हुए किसान भाई एक बार की सस्ती लागत से वर्षों तक मिलेगी कीट व्याधि से मुक्ति
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छुईखदान स्तिथ रानी अवंती बाई लोधी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र छुईखदान में रावे कार्यक्रम के तहत छात्रों ने कट व्याधियों से बचाव के लिए महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया. ज्ञात हो कि छात्र पंकज राणा, दुर्गेश कुमार, छात्रा सवित्री मांडले ने शुक्रवार को धान के फसल में लगने वाले कीटों के नियंत्रण के लिए लाइट ट्रैप प्रकाश प्रपंच का प्रदर्शन किया. इस इस आधुनिक तकनीक से किसानों को लाइट ट्रैप के माध्यम से बेहद सहज़ तरीके से कीट नियंत्रण करना बताया गया। छात्रों ने बताया कि लाइट ट्रैप को एक बार खरीदने पर इसे कई सालों तक उपयोग किया जा सकता है और रसायनों का उपयोग कम हो जाता है, परिणामस्वरूप खर्चा भी कम हो जाता है यह ट्रैप धान, सोयाबीन, टमाटर, बैगन आदि क्षेत्र में बोई जाने वाली महत्वपूर्ण फसलों में आक्रमण करने वाले पत्ती मोड़क, तना छेदक, कट वर्म व सभी प्रकार की सूँडी, फल छेदक, पत्ती सुरंगक कीट आदि को वयस्क अवस्था में ही फंसा लेता है. लाइट ट्रेप में एक बल्ब होता है जिसको जलाने के लिए बिजली या बैटरी की जरूरत पड़ती है आज कल सोलर से चार्ज होने वाले ट्रैप भी बाजार में उपलब्ध है, इसमें जब बल्ब जलाया जाता है तो आस-पास के कीट प्रकाश से आकर्षित होकर बल्ब से टकराकर इसके नीचे लगी कीप में गिरकर कीट संग्रहण कक्ष में इकट्ठे हो जाते हैं. यह कीट संग्रहण कक्ष सुरक्षा कवर से घिरा हुआ होता है और नीचे से खुला होता है. कीट संग्रहण कक्ष एवं सुरक्षा कवर के बीच दो लाइट लगी होती है. दूसरी लाइट से आकर्षित होकर लाभदायक कीटों को बाहर निकलने में मदद मिलती है और शत्रु कीट संग्रहण कक्ष में फंसे रह जाते हैं, जिन्हें आसानी से नष्ट किया जा सकता है या कुछ दिनों बाद खुद मर जाते है। छात्रों के द्वारा यह कार्य अधिष्ठाता डॉ.ए.के. गुप्ता, कार्यक्रम अधिकारी डॉ.बी.एस. असाटी व कार्यक्रम समन्वयक डॉ.एस.ए. ढेंगे के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किसानों के खेत में रावे प्रोग्राम के अंतर्गत किया गया, जहाँ बड़ी संख्या में जागरूक किसान उपस्थित रहें।