
बीते 19 मई को हुई थी 37 वर्षीय युवक की हत्या
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हो चुकी है हत्या की पुष्टि
जांच में जुटी पुलिस अब तक नहीं पहुंच पाई है हत्यारे तक
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी देवारीभाट में हुई 37 वर्षीय युवक के हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझ पायी हैं। पाठकों को बता दे कि बीते 19 मई को खैरागढ़ जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम देवारीभाट में 37 वर्षीय युवक राजेश्वर पिता अलखराम वर्मा की किसी ने निर्मम हत्या कर दी थी। राजेश्वर 18 मई की दरमियानी रात अपने घर से खेत का ट्यूबवेल बंद करने निकला था लेकिन पूरी रात वह वापस घर नहीं लौटा। सुबह परिजन जब राजेश्वर को ढूंढने खेतों की ओर गए तो उसे मृत पाया। घटना के 1 माह 12 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक हत्यारे को पकड़ नहीं पायी है वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सीधे तौर पर युवक के हत्या की पुष्टि हो चुकी है और मौत का कारण गला दबाने तथा शरीर में अंदरूनी मार बताया जा रहा है लेकिन जांच में जुटी पुलिस अब तक क्यों हत्यारे तक नहीं पहुंच पाई है यह अब एक बड़ा सवाल बन गया हैं और अब मृतक के परिजन भी पुलिस पर सुस्ती का आरोप लगा रहे हैं।
पहला मामला जहां हत्यारे को ढूंढने में जिला पुलिस का छूट रहे पसीना
बीते कुछ महीनो में जिला पुलिस के लिए लगातार हत्याकांड एक चुनौती रही है लेकिन लगभग सभी मामलों में जिला पुलिस ने एक या दो दिन में हत्यारे को पकड़ लिया है लेकिन यह पहला मामला है कि हत्यारे तक पहुंचने में जिला पुलिस के पसीने छूट गए हैं और हत्या के आरोपी तक पहुंच पाना तो दूर पुलिस सही से आरोपी पर शक भी नहीं कर पा रही है। इस मामले में परिजन राजनीतिकरण का भी आरोप लगा रहे हैं। दरअसल परिजनों को गांव के पांच युवकों पर मामले में संलिप्त होने का शक हैं। मृतक के पिता अलखराम बेहद दुखी है और मामले में उचित कार्यवाही के लिये भटक न्याय की आस लगाए बैठे हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में हत्याकांड की जांच विवेचना जारी है। शीघ्र ही पुलिस हत्यारे तक पहुंच जाएगी।
अनिल शर्मा, टीआई खैरागढ़