इठलाते टेंशू कहे संगी फाल्गुन आया रे…

सत्यमेव न्यूज़ (अनुराग शाँति तुरे) खैरागढ़. भारत में त्योहारों की रानी कहे जाने वाले होली पर्व को महज 12 दिन शेष रह गए हैं, इस बीच फाल्गुन का मद-मस्त महीना अपने शबाब में है. आधुनिक युग में बदलती जीवन शैली और सोशल मीडिया के क्रेज के कारण भले ही अब नागाड़ों की मनमोहक थाप सुनाई नहीं दे रही हो लेकिन खैरागढ़ के आसपास के जंगलों में टेंशू (पलास) के मदमस्त वृक्ष फाल्गुन माह के अवसान से पहले अपनी खूबसूरती बिखेर सहज ही सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. एक दौर था जब खैरागढ़ के आसपास जंगलों में बड़ी तादाद में पलास के वृक्ष अपनी मौजूदगी से सबको सहज हर्षित करते थे और पलास के लाल फूलों से होली खेलने बड़े पैमाने पर जैविक रंग भी बनाए जाते थे. पर समय के साथ क्षेत्र में इसकी उपयोगिता घटी है लेकिन प्रकृति प्रेमियों को आज भी पलास के मनमोहन फूल सहज ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं.