आचार संहिता का रोड़ा: पालिका अब तक 65 फीसदी ही कर पायी राजस्व वसूली
पुराना बकाया वसूली करने पालिका प्रशासन का छुट रहा पसीना
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. नगर पालिका नगर वासियों से पूरा राजस्व नहीं वसूल पाई हैं. आचार संहिता के कारण पालिका की टीम वसूली कार्य में पूरी तरह जुट नहीं पा रही है.
राजस्व वसूली को लेकर चालू वित्तीय वर्ष में पालिका ने पूरा जोर लगाते 65 फीसदी राजस्व की वसूली की हैं लेकिन अब पुराना बकाया वसूलने में पालिका प्रशासन के पसीने छूट रहा हैं. नगर वासियों ने भी वर्तमान राजस्व करों को जमा करने में रूचि दिखाई लेकिन पुराना बकाया देने में पीछे रहे. पालिका प्रशासन को समाप्त हुये वित्तीय वर्ष 23-24 में नगरवासियों से 2 करोड़ 44 लाख रू का राजस्व कर वसूलना था, इसके एवज में पालिका 1 करोड़ 60 लाख रू ही वसूल कर पाई हैं. इसमें संपत्तिकर, समेकितकर जलकर, दुकान किराया, यूजर चार्ज सहित अन्य कर शामिल हैं. पिछले साल भी पालिका प्रशासन चालू वित्तीय वर्ष में महज 72 फीसदी राजस्व वसूलने में सफल रही थी शेष 28 फीसदी राशि की वसूली नहीं हो पायी थी. संपत्तिकर के रूप में पालिका को 32 लाख रू में 16 लाख रू ही मिले. समेकित करो में 27 लाख के एवज में पालिका 10 लाख 85 हजार रू ही वसूल पाई. जलकर के रूप में 47 लाख 65 हजार की वसूली में पालिका को 18 लाख 75 हजार ही मिल पाये. दुकानों का किराया वसूली में पालिका को 14 लाख में से 10 लाख रू मिले. दुकानाें की बिक्री, कॉलोनी अनुज्ञा, विज्ञापन होर्डिंग मामले में पालिका 100 फीसदी करो की वसूली करने में सफल रही जबकि सबसे ज्यादा नुकसान पालिका को सफाई अभियान के तहत यूजर चार्ज वसूलने में हुआ. नगर भर में घर-घर कचरा संग्रहण के दौरान मिलने वाले यूजर चार्ज में पालिका को 22 लाख रू में केवल 3 लाख रू ही मिल पाये हैं. पुरानी बकाया राशि देने में शहर के लोगो ने रूचि नही दिखाई. पालिका प्रशासन ने इसके लिए अभियान भी चलाया लेकिन अपेक्षाकृत सफलता नही मिली. पुराना बकाया में पालिका को कुल 2 करोड़ 41 लाख रू वसूलने थे लेकिन पालिका के खाते में जैसे-तैसे 29 लाख रू ही करो के रूप में मिल पाये और पुराना बकाया वसूली साढे़ 12 फीसदी तक ही पहुँच पाई. नगर में पुराने बकाया में संपत्तिकरों में 55 लाख की वसूली में पालिका को 9 लाख 71 हजार, समेकित कर 71 लाख में 8 लाख 84 हजार, जलकर की 28 लाख रू की राशि में साढे़ पांच लाख रू, दुकान किराया में 6 लाख 66 हजार में पालिका को 3 लाख 43 हजार रू ही मिले. यूजर चार्ज के 80 लाख रू में पालिका ढाई लाख रू की वसूली कर पाई. पालिका को राजस्व वसूली में वित्तीय वर्ष में चुनावी प्रक्रिया ने उलझाए रखा. नवंबर, दिसंबर में विधानसभा चुनाव के चलते दो माह राजस्व वसूली नहीं हो पाई. वित्तीय वर्ष की समाप्ति में राजस्व वसूली में कड़ाई की जाती है तो इस दौरान लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई जिसके चलते राजस्व वसूली प्रभावित हुई. पालिका ने चार माह से राजस्व वसूली के लिए अभियान चलाया था. इस दौरान कर्मचारियों के साथ अधिकारी भी मौके पर पहुँचे और लोगों से राजस्व करो को देने अपील की थी. इसका व्यापक असर भी हुआ और राजस्व वसूली बेहतर हो पाई.
अपेक्षाकृत राजस्व करों की वसूली नहीं हो पाई है लेकिन चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही राजस्व करों की वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान पुराना बकाया नहीं देने वालों के विरुद्ध कार्यवाही होगी.
प्रमोद शुक्ला, सीएमओ नगरपालिका खैरागढ़