आगामी नगर पालिका चुनाव से पहले कांग्रेस में फूट, हर वार्ड में मचा घमासान

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. 2026 में नगर पालिका चुनाव होना है। चुनाव से पहले खैरागढ़ कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी का विस्फोट हो चुका है। मंडल अध्यक्ष, जोन प्रभारी और सेक्टर प्रभारी जैसे जिम्मेदार पदों को लेकर संगठन में मची खींचतान ने पार्टी की जमीनी एकता को पूरी तरह हिला कर रख दिया है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह गुटबाजी अब हर वार्ड में खुलकर सामने आ रही है जिससे कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष और नाराजगी है। कई कार्यकर्ताओं का आरोप है कि संगठन में पदों का बंटवारा योग्यता या मेहनत के आधार पर नहीं बल्कि व्यक्ति विशेष की सिफारिश और निजी संबंधों के आधार पर किया जा रहा है। इससे पुराने, समर्पित और जमीनी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है। कई वफादार कार्यकर्ता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पार्टी के भीतर यह भी चर्चा है कि नेतृत्व पूरी तरह मौन और निष्क्रिय बना हुआ है। कार्यकर्ताओं की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सुनवाई कहीं नहीं हो रही। निर्णय लेने में पारदर्शिता का पूर्ण अभाव है और संगठन चलाने का काम कुछ चुनिंदा लोगों के हाथ में सिमट गया है। वार्ड क्रमांक 7 में पहले से ही गुटबाजी के कारण दो बार चुनाव हो चुके हैं, लेकिन यही हाल अब लगभग सभी वार्डों का बन चुका है। हर क्षेत्र में खींचतान, गुट, व्यक्तिगत वफादारी और राजनीति हावी हो चुकी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर कांग्रेस ने अभी भी अपनी रणनीति और संगठनात्मक संरचना पर ध्यान नहीं दिया तो 2026 के नगर पालिका चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ सकता है। जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है कि कांग्रेस खुद अपने भीतर ही स्थिर नहीं है तो शहर की बागडोर कैसे संभालेगी? नेतृत्व की कमी और भीतरघात ने कांग्रेस की जड़ों को कमजोर कर दिया है और विरोधी दल इस बिखराव को भुनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अब बड़ा सवाल यह है क्या कांग्रेस नेतृत्व अब भी सोता रहेगा या समय रहते सख्त कदम उठाकर संगठन को एकजुट करेगा?

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